Vikas ki kalam

सिंधिया के मुराद पर शिवराज का ठप्पा ढाई साल बाद आखिर मिल ही गया बंगला

सिंधिया के मुराद पर शिवराज का ठप्पा
ढाई साल बाद आखिर मिल ही गया बंगला...




कहते हैं किसी चीज को पाने के लिए पूरी शिद्दत से मेहनत की जाए तो सारी कायनात उसे आपको दिलाने के लिए काम करने लगती है ऐसा ही नजारा मध्य प्रदेश की राजनीति में भी देखने को मिला है जहां पर ढाई साल से चल रही सिंधिया की बंगले की चाहत पर शिवराज ने मोहर लगाते हुए उनकी मनोकामना पूरी कर दी है आपको बता दें कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को आखिरकार भोपाल में सरकारी बंगला मिल ही गया है गौरतलब हो कि पिछले ढाई साल से वे इस बंगले का इंतजार कर रहे थे बीते 2 साल पूर्व उन्होंने 23 मई 2018 को इस बंगले के लिए आवेदन दिया था उस समय राज्य में भाजपा की सरकार थी और विधानसभा के चुनाव होने ही वाले थे।


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ढाई साल पहले किया था बंगले का आवेदन


अपने आवेदन में सिंधिया ने निवेदन किया था कि बिना देर किए उन्हें भोपाल में सरकारी आवास दिया जाए। हालांकि आवास मिलते-मिलते उन्हें ढाई साल बीत गए। उन्होंने कांग्रेस सरकार में फिर बंगले की मांग की लेकिन ये मांग 15 महीने अटकी रही। राज्य में दोबारा भाजपा की सरकार बनने के दस महीने बाद उन्हें बंगला आवंटित किया गया है।


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जानिए कहां मिला सिंधिया को बंगला कौन बना पड़ोसी


शिवराज सरकार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को श्यामला हिल्स पर B5 बंगला आवंटित किया है आपको बता दें कि इससे पूर्व यहां मंत्री हनी सिंह बघेल रहा करते थे भाजपा सांसद और अब पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी बी सिक्स श्यामला हिल्स में रहती हैं इस तरह सिंधिया की सबसे नजदीकी पड़ोसी उमा भारती हैं वही इस बंगले के बगल से चौथा बंगला b1 कांग्रेस सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का है सिंधिया का बंगला उमा और दिग्विजय से भी बड़ा है और डेढ़ एकड़ में फैला हुआ है।


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33 साल पुराने दिल्ली के बंगले को छोड़ भोपाल की तरफ दीया ध्यान


लोकसभा चुनाव में हार मिलने के बाद सिंधिया ने 27 जुलाई 2019 को 27, सफदरजंग रोड पर स्थित सरकारी बंगले को खाली कर दिया था। सिंधिया परिवार के पास यह बंगला 33 सालों तक रहा था। इससे पहले सिंधिया ने भोपाल में सरकारी बंगले के लिए कभी कोई कोशिश नहीं की। चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने बंगला मांगा था। उनके नए बंगले पर रंगाई-पुताई का काम शुरू हो गया है। यहां सिंधिया का एक अलग से कार्यालय भी होगा जिसमें वे कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे।


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विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार



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