यहां पोलियो ड्राप की जगह
पिला दिया गया सैनिटाइजर
तीन नर्स सस्पेंड...
सरकारी महकमे का काम राम भरोसे चलता है यह अब तक सुना था लेकिन हाल ही में हुई घटना ने इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है दरअसल मोटी तनख्वाह पाने वाले सरकारी मुलाजिम अपने काम के प्रति किस हद तक लापरवाह हो सकते हैं इस बात का अंदाजा जरा यूं लगा लीजिए कि विश्वव्यापी पल्स पोलियो अभियान के तहत हद दर्जे की लापरवाही बरतते हुए मासूम बच्चों के मुंह में पोलियो ड्रॉप की जगह सैनिटाइजर की बूंदे डाल दी गई इस शर्मनाक घटना के बाद अपनी हरकतों पर पर्दा डालने का विभाग द्वारा भरसक प्रयास किया गया लेकिन मामला तूल पकड़ते देख आनन-फानन में 3 नर्सों को सस्पेंड कर दिया गया है वहीं घटना के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग ने लापरवाही की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। आइए विस्तार से जानते हैं कहां का है यह पूरा मामला...
कहां का है मामला..?? कैसे हुई लापरवाही..??
स्वास्थ्य विभाग की हद दर्जे की लापरवाही का यह मामला किसी छोटे-मोटे शहर या देहात से नहीं है बल्कि यह है मामला देश के एक प्रतिष्ठित महानगर और माया नगरी कहलाने वाले मुंबई शहर से सामने आया है।महाराष्ट्र के यवतमाल में एक चौकाने वाली घटना सामने आई है. यहां के घाटानजी के एक स्वास्थ्य केंद्र पर बच्चों को पोलियो की खुराक की जगह हैंड सैनिटाइजर पिला दिया गया। आपको बता दें कि यहां स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही के चलते 12 मासूम बच्चों की जिंदगियां दांव पर लगी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पल्स पोलियो अभियान के तहत यहां 2 दर्जन से अधिक बच्चों को मुंह में पोलियो ड्रॉप की जगह दो-दो बूंद सैनिटाइजर डाल दिया गया जिससे तत्काल ही बच्चों की हालत बेहद खराब हो गई आनन-फानन में 12 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया लापरवाही भरी इस घटना के बाद पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
लापरवाही के चलते विभाग ने 3 नर्स को किया सस्पेंड
बता दें कि यह घटना जिला स्वास्थ विभाग ने लापरवाही की प्राथमिक जांच शुरू कर दी और 30 नर्सों को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया। घटना के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग ने लापरवाही की प्राथमिक जांच शुरू कर दी और तीन नर्सों को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया।
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घटना के बाद परिजनों ने किया हंगामा
बताया जा रहा है कि रविवार को करीब 2 हजार बच्चों को पोलियो वैक्सीन लगाया जाना था। इसके लिए National Immunization Drive के तहत माता-पिता अपने बच्चे को लेकर पोलियो पीलाने के लिए लाए थे। अधिकारियों के मुताबिक कुछ बच्चों को पोलियो की खुराक के बजाए सेनिटाइजर की बूंदें पी ला दी गईं। इसके बाद कई बच्चों को छींक और उल्टियां शुरू हो गईं, जिसके बाद परिजन वहां हंगामा करने लगे।
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फिलहाल बच्चों की हालत में सुधार धीरे-धीरे दी जा रही छुट्टियां
सभी बच्चों को तुरंत इलाज के लिए Vasantrao Naik Government Medical College & Hospital में भर्ती कराया गया। अस्पताल के डीन डॉक्टर मिलिंद कांबले ने ‘IANS’ से बातचीत में बताया है कि अभी सभी बच्चों की हालत स्थिर हैं। मंगलवार की शाम तक धीरे-धीरे बच्चों को अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी।
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