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बेरोजगार युवा बन रहे, साइबर ठगी का शिकार अंतरराज्यीय सायबर ठगों का पर्दाफाश

बेरोजगार युवा बन रहे, साइबर ठगी का शिकार
 अंतरराज्यीय सायबर ठगों का पर्दाफाश




भोपाल मध्यप्रदेश

राज्य साइबर पुलिस को मिली बड़ी सफलता..  आरोपी सिम ब्लॉक वेरिफिकेशन और मोबाइल कंट्रोलिंग हैंगिंग ऐप डाउनलोड करवा कर ₹10 रुपया रिचार्ज के नाम पर ठगी की बारदात को अंजाम देता था आरोपी बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर लाखो की चपत लगा चुका है

साइबर पुलिस ने आरोपी को बिहार के पटना से गिरफ्तार किया..


 आपको बता दें कि नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से ठगी करने वाले 

आरोपी ने अपनी एक  फर्जी कंपनी बनाई थी. आरोपी ने अपनी फर्जी कंपनी को  जॉब  साइट पर रजिस्ट्रेशन  किया  था  जिससे वह बेरोजगार युवाओं का डाटा इकट्ठा कर, जॉब दिलाने की लालच देकर लोगों से पैसे अपने फर्जी अकाउंट में डलवा लेता था.. आरोपी ठगी का पैसा वॉलेट  के माध्यम से ट्रांजैक्शन का निकाल लेता था.. आपको बता दें कि आरोपी एक हैदराबाद की कंपनी में एजेंट के तौर पर काम करता था .. कंपनी ने अपने 50 एजेंट बना कर रखे थे... कंपनी ने अपने एजेंटों को   आसानी के लिए वॉलिट बना कर दिया था ताकि वह कस्टमर को किसी प्रकार की  दिक्कत आने पर एजेंट कैशबैक कर सके.. . वही  इसी का फायदा उठाते हुए आरोपी ने ठगी के पैसे कंपनी में वॉलेट में डालता था  जिसे वह कस्टमर कैस बेक के नाम पर  दो हज़ार तीन हजार रुपये फर्जी अकाउंट में डाल लेता था... और कंपनी को यह लगता था कि यह पैसा कस्टमर को रिफंड किया है..आरोपी ने कंपनी में कस्टमर के नाम से तीन सौ फर्जी अकाउंट बनाकर रखे थे..आरोपी जिस कंपनी में काम करता था .आरोपी ने लखनऊ के एक रिक्शा वाले के नाम पर उस कंपनी में अकाउंट खुलवाया था जिसके नाम पर  जिसमें वह ब्रोकर के तौर पर काम करता था... आरोपी ने एक अलग से अपनी एक फर्जी कंपनी बनाई थी.. जिसमें वह जॉब दिलाने के नाम पर ठगी कर वह पैसा  जिस कंपनी में काम करता था उस कंपनी के  माध्यम से वह पैसा घुमा फिरा कर निकाल लेता था कि ताकि किसी को शक ना हो आपको बता दें कि ..

 आरोपी अकाउंट बेचने का भी काम करता था.. आरोपी ने बेरोजगार युवाओं के केवाईसी से  अकाउंट खोल लिए थे  जिसे वह बेच देता था 

   ..साइबर क्राइम इस मामले में 2020  से जांच में जुटी है  इस मामले का खुलासा तब हुआ जब भोपाल एक पीड़ित के साथ लगभग 9 लाख की ठगी की... वहीं पुलिस ने बताया कि आरोपी अभी तक 23 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दे चुका है.. आरोपी  देश के कई बड़े राज्यों में ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं

    आरोपी को पुलिस ने बिहार पटना जिले से गिरफ्तार किया है आरोपी के पास से एक लैपटॉप 8 चेक बुक एक लेटर हेड 10 आधार कार्ड पैन कार्ड वोटर आईडी कार्ड जप्त किये है.. वही मामले में हो रही कई बड़े खुलासे होने की संभावना है


  वैभव श्रीवास्तव,, राज्य साइबर सेल एडिशनल एसपी

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