करवा चौथ 2022 श्रंगार सामग्री और करवों की बिक्री तेज
जबलपुर । पति की लंबी आयु और स्वास्थ्य जीवन की कामना के लिये महिलाओं द्वारा किया जाने वाला निर्जला व्रत करवा चौथ १३ अक्टूबर गुरुवार को मनाया जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों से मीडिया और टीवी सीरियलों में करवा चौथ को महिमा मंडित किये जाने से इस व्रत का प्रभाव और बढ़ गया है। बाजारों में श्रंगार सामग्री के साथ-साथ पूजन में लगने वाली सामग्री और करवा की पूछ परख बढ़ गई है। सजे धजे करवों की मांग ज्यादा है। वहीं चलने को भी सजाने की परंपरा चल पड़ी है। गोटा किनारी और सितारों से चलनी की साज सज्जा की गई है, जो खरीदारी के लिये बाजारों में उपलब्ध है। लोक संस्कृति के इस पर्व को मनाने के लिये महिलाओं ने जोरदार तैयारी की है। पर्व के दिन महिलाएं सोलह श्रंगार करती हैं और दिन भर निर्जला उपवास कर रात में चलनी से चांद के दीदार करने के बाद छलनी की ओट में पति को निहारती हैं, उसके बाद ही व्रत खोलती हैं।
इसके पूर्व व्रतधारी महिलाएं करवा के समक्ष दीपक जलाकर मेवा मिष्ठान का भोग लगाकर करवा महारानी की कथा कहती व सुनती हैं। पंजाबी समाज में खासकर यह त्यौहार बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। लेकिन अब सभी समाजों ने यह पर्व मनाया जाने लगा है। पर्व की पूर्व संध्या पर आज बाजारों में चहल पहल ज्यादा रही। व्रत के दिन सजने संवरने के लिये महिलाएं ब्यूटी पार्लर और मेंहदी डिजायनरों के पास पहुंचेंगी। पूजन के लिये बाजार में लाल, पीले, नीले रंग के करवा विशेष साज सज्जा के साथ विक्रय के लिये आये हैं। शहर के प्रमुख व्यवसायिक स्थल पुâहारा, कमानिया, निवाड़गंज में आकर्षक करवे विक्रय के लिये उपलब्ध हैं।