मूसलाधार बारिश से गुजरात में तबाही, फंसे 1,500 लोगों को निकाला, अहमदाबाद में स्कूल, कॉलेज बंद
अहमदाबाद। बीते कुछ दिनों से गुजरात के कई जिलों में मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है चारो तरफ बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। वलसाड, नवसारी, तापी सहित कई अन्य जिलों में भारी बारिश हुई है। गुजरात के खेड़ा जिले के नडियाद के अलग-अलग इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए। लगातार बारिश के साथ अहमदाबाद, पालड़ी, बोदकदेव, उस्मानपुरा और जोधपुर में भी जलजमाव देखा गया। अहमदाबाद में पिछले तीन दिनों में सीजन की 30 फीसदी बारिश हुई है। एक खबर में कहा गया है कि भारी बारिश के बीच गुजरात आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि राज्य सरकार ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था की है। मौजूदा हालात को देखते हुए अहमदाबाद नगर निगम ने सोमवार को शहर में स्कूल-कॉलेज बंद रखने का फैसला किया। छोटा उदयपुर में रविवार को लगातार हो रही भारी बारिश से एक पुल का एक हिस्सा भी गिर गया है।
एक खबर के मुताबिक बाढ़ के बीच बचाव अभियान जारी है और अब तक करीब 1500 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। गुजरात के नवसारी जिले में भारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। नवसारी जिले में कावेरी और अंबिका नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जिला कलेक्टर अमित प्रकाश यादव ने कहा कि निचले इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है। अब तक 300 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक कंपनी की मदद से ऑपरेशन जारी है। एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की कई टीमों ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कार्य किया। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दक्षिण गुजरात के डांग, नवसारी और वलसाड जिलों में अगले पांच दिनों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। आईएमडी ने कहा कि दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के कई अन्य जिलों में भी इस दौरान भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।