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online cyber fraud- ऑनलाइन ठगी के रुपये से कैसे क्रेडिट कार्ड का भुगतान करते हैं साइबर बदमाश

online cyber fraud- ऑनलाइन ठगी के रुपये से कैसे क्रेडिट कार्ड का भुगतान करते हैं साइबर बदमाश



नई दिल्ली । 

लंबे समय से आ रहे पाठकों के सवाल को लेकर विकास की कलम ने एक ऐसा लेख तैयार किया है जहां आपके सवालों का हम बेहतर जबाब देने का प्रयास करेंगे।अक्सर पूछे जाने वाले सवाल की कैसे होती है सायबर ठगी,या फिर आखिर कैसे सायबर ठग उड़ाते है पैसा,सायबर ठगों को कैसे पकड़े,या फिर क्या सायबर ठगों के खिलाफ कोई कानून है जैसे सवालों का आज हम जबाब देने का प्रयास करेंगे।


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राजधानी दिल्ली में साइबर बदमाश न सिर्फ केवाईसी अपडेट के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं, बल्कि इस रकम से अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान कर रहे हैं, ताकि शिकायत होने पर पुलिस इन रुपयों को खर्च करने से रोक न सके। हाल में करीब आधा दर्जन मामलों की जांच में पुलिस को बदमाशों के इस नए ट्रेंड के बारे में पता चला है। फिलहाल, पुलिस इन मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। 


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दरअसल, ऑनलाइन ठगी के मामले में शिकायत मिलने पर पुलिस बदमाशों के बैंक खाते में रुपये होल्ड कर देती है। इससे बदमाश उन रुपयों का उपयोग नहीं कर पाते हैं। बदमाश इससे बचने के लिए पहले अपने क्रेडिट कार्ड से रुपये खर्च कर रहे हैं और फिर उसमें ठगी के रुपये ट्रांसफर कर रहे हैं। ऐसे में यदि पुलिस ने रुपये होल्ड भी कराए तो क्रेडिट कार्ड प्रदाता का नुकसान होगा। वहीं, यदि जांच में देरी हुई और पुलिस रुपये होल्ड नहीं करा सकी तो आरोपी क्रेडिट कार्ड से खरीदारी जारी रखते हैं। आरोपी जिन क्रेडिट कार्ड में ठगी की रकम ट्रांसफर करते हैं, वे सभी जाली दस्तावेज पर लिए गए होते हैं, जिससे आरोपियों तक पहुंचना आसान नहीं होता। जालसाज लोगों को कॉल कर खुद को बैंककर्मी बताते हैं और कहते हैं कि केवाईसी अपडेट नहीं होने पर आपकी इंटरनेट बैंकिंग बंद हो जाएगी। 


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इसके बाद आरोपी केवाईसी अपडेट के नाम पर बैंक खाते की जानकारी ले लेते हैं। फिर, आगे की प्रक्रिया के बहाने ओटीपी नंबर लेकर बैंक खाते से रुपये उड़ा लेते हैं। लोगों का ठगी का पता तब चलता है, जब उन्हें निकासी का मैसेज आता है। 


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शाहदरा के रहने वाले ललित रस्तोगी के साथ केवाईसी के नाम पर ठगी की गई। उनकी शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि उनके बैंक खाते से क्रेडिट कार्ड में रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। इस वारदात को गुजरात और झारखंड से अंजाम दिया गया है। पुलिस ने गुजरात से आरोपी प्रवेश मिश्रा, बृजेश कुमार और झारखंड से कैलाश कुमार मंडल को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों के पास से चार क्रेडिट कार्ड मिले।

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