विजय हजारे ट्रॉफी में शिखर धवन लगातार बड़े स्कोर बनाने में नाकाम रहे हैं। इस टूर्नामेंट की चार पारियों में उन्होंने 44 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सबसे बड़ा स्कोर 18 रन रहा है। इस प्रदर्शन के बाद 36 साल के धवन के लिए भारतीय टीम में वापसी करना बहुत मुश्किल हो गया है। खासकर जब युवा खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं तब चयनकर्ता उन्हें ज्यादा मौका देना चाहेंगे। इस टूर्नामेंट में ऋतुराज गायकवाड़ से लेकर वेंकटेश अय्यर और श्रीकर भरत जैसे खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। धवन की जगह इन खिलाड़ियों को भारतीय टीम में शामिल किया जा सकता है।
धवन ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच श्रीलंका के खिलाफ खेला था। इस मैच में वो भारत की कप्तानी कर रहे थे, लेकिन अब भारतीय टीम में उनकी वापसी की उम्मीदें बहुत कम हैं। आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद धवन को टी-20 वर्ल्डकप में भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया था। इसकी वजह थी कि धवन टीम में फिट नहीं हो रहे थे। रोहित और राहुल के रूप में भारत के पास दो बेहतरीन ओपनर थे और धवन निचले क्रम पर खेलने वाले खिलाड़ी नहीं हैं।
युवा खिलाड़ियों ने पेश की दावेदारी
भारत के युवा बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने विजय हजारे ट्रॉफी में लगातार तीन शतक जड़कर राष्ट्रीय टीम के लिए अपनी दावेदारी ठोंकी है। आईपीएल के 14वें सीजन में 600 से अधिक रन बनाकर ऑरेंज कैप जीतने वाले ऋतुराज ने विजय हजारे ट्रॉफी में चार मैच खेलकर 435 रन बनाए हैं। उनके अलावा वेंकटेश अय्यर और श्रीकर भरत जैसे खिलाड़ी भी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। चयनकर्ता इनमें से किसी खिलाड़ी को भारतीय टीम में मौका दे सकते हैं।
रोहित और राहुल की टीम में धवन की जगह मुश्किल
रोहित शर्मा को वनडे टीम की कप्तानी मिलने के बाद लोकेश राहुल को टीम का उपकप्तान बनाया जा सकता है। ऐसे में ये दोनों खिलाड़ी भारतीय टीम में जरूर रहेंगे। टी-20 वर्ल्डकप में राहुल और रोहित ने ही पारी की शुरुआत की थी और चौथे नंबर पर सूर्यकुमार या श्रेयस को मौका मिलने पर राहुल वनडे में भी पारी की शुरुआत कर सकते हैं। ऐसा होने पर धवन का टीम से बाहर रहना तय है। धवन की उम्र को ध्यान में रखते हुए चयनकर्ता उन्हें ज्यादा मौके भी नहीं देना चाहेंगे।
2023 वर्ल्डकप के समय धवन की उम्र 37 साल से ज्यादा होगी। ऐसे में चयनकर्ता उनकी जगह किसी खिलाड़ी को मौका देना चाहेंगे। उनके टी-20 वर्ल्डकप से बाहर होने के बाद ही यह साफ हो गया था कि वो चयनकर्ताओं के प्लान में शामिल नहीं हैं। ऐसे में यह माना जा सकता है कि धवन का करियर लगभग खत्म हो चुका है। गंभीर, सहवाग, रैना और युवराज जैसे खिलाड़ियों की तरह धवन की विदाई भी बिना विदाई मैच के हो सकती है।