Vikas ki kalam

24 घंटे के भीतर हुआ खबर का असर बाल्मीकि समाज को न्याय दिलवाने आनन-फानन में बुलाई गई बैठक

24 घंटे के भीतर हुआ खबर का असर 
बाल्मीकि समाज को न्याय दिलवाने आनन-फानन में बुलाई गई बैठक




24 घंटे में हुआ ख़बर का असर।

आनन-फानन में प्रशासन ने बुलाई शांति समिति की बैठक

मैरिज गार्डन संचालक विवाह घर देने के लिए हुए राजी

गले मिलकर दोनों पक्षों में हुआ सुलह 

वाल्मीकि समाज ने मैरिज गार्डन किया बुक


शिवपुरी मप्र

विकास की कलम की धार ने एक बार फिर से आमजन की समस्याओं को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा कर ना केवल मामले को समझाया है बल्कि अपने पाठकों के विश्वास पर खरा भी उतरा है।

आपको बता दें कि बीते दिन 17 दिसंबर को विकास की कलम ने बाल्मीकि समाज के साथ हो रहे छुआछूत के व्यवहार को लेकर खबर प्रसारित की थी जिसके बाद विकास की कलम ने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए सच्ची पत्रकारिता का परिचय देकर इस खबर को प्राथमिकता के साथ प्रदेश के वरिष्ठ राजनेताओं एवं अधिकारियों तक साझा किया था। परिणाम स्वरूप खबर प्रसारित होने के महज 24 घंटों के भीतर बाल्मीकि समाज को ना केवल न्याय मिला बल्कि उनका स्वाभिमान भी लौटा दिया गया।

शिवपुरी जिले की पिछोर तहसील में  बाल्मीकि समाज को मैरिज गार्डन ना देने पर 200 परिवार के साथ समाज ने धर्म परिवर्तन को लेकर प्रशासन को चेताया था। उक्त खबर को विकास की कलम द्वारा बड़ी प्रमुखता से दिखाया गया। जिसका 24 घंटे में खबर का बड़ा असर हरकत में आया। प्रशासन आनन-फानन में मैरिज गार्डन संचालक एवं बाल्मीकि समाज के वरिष्ठ नागरिकों को एकत्रित कर शांति समिति की एक बैठक बुलाई शांति समिति की बैठक में, क्षेत्र के तमाम मैरिज गार्डन संचालकों को बुलाया गया और उनके द्वारा मैरिज गार्डन ना दिए जाने का उपयुक्त कारण पूछा बातचीत के दौरान दोनों पक्षों में आपसी सुलह कराते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने मैरिज गार्डन संचालकों और बाल्मीकि समाज के प्रतिनिधियों को आपस में गले मिलवा कर सोलह करवाई थी साथ ही बाल्मीकि समाज मैं होने वाले विवाह उत्सव के लिए मैरिज गार्डन को बुक भी कराया ।


यहां पढ़ें..क्या था पूरा मामला...आखिर क्यों लगाया था वाल्मीकि समाज ने छुआछूत का आरोप



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