भृस्टाचार की सीमेंट से बनी पुलिया नहीं संभाल पाई हल्की बरसात
उज्जैन मध्यप्रदेश
उज्जैन के ग्राम रबदानिया से नई आबादी को जोड़ने वाली पुलिया डेढ महिने में बही।
सरपंच सचिव के कल-कारनामों से नई आबादी के 40 परिवार पर संकट।
महिदपुर नगर से 30 किलोमीटर दूर झारड़ा तह. अन्तर्गत आने वाले गांव ग्राम रबदानिया से नई आबादी के बीच बनी पुलिया डेढ महिने में ही बहकर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम रबदानिया से नई आबादी की दूरी करीब डेढ किलोमीटर है। नई आबादी में करीब 40 परिवार निवासरत है। जिसे जोड़ने वाली यह पुलिया सरपंच-सचिव के घटिया निर्माण के कारण डेढ महिने में बहकर गई। ग्रामीणों ने बतया कि पुलिया निर्माण के लिए शासन से 9 लाख की राशि स्वीकृत हुई थी। जिसमें सांसद निधि से 5 लाख रूपये और पंचायत निधि से 4 लाख रूपये की राशि स्वीकृत हुई थी। लेकिन सरपंच-सचिव के द्वारा कराए गए घटिया निर्माण के कारण डेढ महिने में अपनी असली रूप में आ गई। पुलिया का सब मटेरियल बहकर चला गया। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिया में सीमेंन्ट और सरिये की मात्रा न के बराबर प्रयोग की गई है। पुलिया में अधिकतर गारा और मिट्टी का प्रयोग किया गया है। पुलिया के पहली बारिश में बह जाने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। फोरव्हीलर गाड़ी तो दूर टूव्हीलर गाड़ी को निकालने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मवेशी भी नही निकल पाते है। डिलेवरी वाली महिलाओं को खाट से उठाकर लाना पड़ता है। पुलिया के घटिया निर्माण के संबंध में ग्रामीणों ने सरपंच सचिव से शिकायत की थी। लेकिन सरपंच सचिव अपना बचाव करते दिखे। अभी करीब 06 दिन पहले हुई बारिश में इसी पुलिया से 1 आदमी बहने की घटना हुई थी। उक्त घटना के बाद भी सरपंच सचिव के द्वारा कोई सुध पुलिया के संबंध में नही ली गई।
प्रियंका टैगोर सीईओ महीदपुर