अधिकारियों ने ग्राहक बनकर किया एम्बुलेंस चालकों के भंडाफोड़
ग्वालियर में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने ग्राहक बंनकर एंबुलेंस चालकों का स्टिंग ऑपरेशन किया। जंहा उन्होंने अस्पताल के बाहर खड़ी एंबुलेंस से मरीज को ले जाने के लिए बातचीत की। बातचीत के दौरान एंबुलेंस संचालकों शासन के द्वारा निर्धारित रेट से अधिक कीमत मांगी। तभी अधिकारियों ने आरटीओ विभाग को इसकी सूचना देकर उनके खिलाफ कार्रवाई की है।
दरअसल ग्वालियर में कोरोना मरीजो के साथ इन दिनों निजी अस्पताल संचालकों और एंबुलेंस संचालक भी लूट करने में लगे हुए है। इसको लेकर कई शिकायतें लगातार स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को मिल रही थी जिसके बाद एंबुलेंस चालकों द्वारा की जा रही है अवैध वसूली को देखते हुए सीएमएचओ ने अपने दो अधिकारियों को माधव डिस्पेंसरी के गेट के बाहर खड़ी हो रही एंबुलेंस वालों के पास ग्राहक बनाकर भेजा। जंहा टीम ने स्टिंग ऑपरेशन कर जयरोग्य अस्पताल परिसर के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से बिरला हॉस्पिटल तक मरीज को ले जाने का किराया एंबुलेंस संचालकों से तय किया तो एक एंबुलेंस चालक ने दो हजार रुपए और दूसरे एंबुलेंस संचालक ने एक हजार की मांग की। तभी इस बात का खुलासा हो गया कि एंबुलेंस सचालक अपने मनमानी चलाकर अवैध रूप से शासन के द्वारा निर्धारित की गई रेट से अधिक कीमत मांग कर रहे हैं। तभी स्वास्थ विभाग के अधिकारी सीएमएचओ मनीष शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने एंबुलेंस संचालकों के खिलाफ आरटीओ को कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है।
-मनीष शर्मा-सीएमएचओ, स्वास्थ विभाग ग्वालियर- ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने ग्राहक बंनकर एंबुलेंस चालकों का स्टिंग ऑपरेशन किया। जंहा उन्होंने अस्पताल के बाहर खड़ी एंबुलेंस से मरीज को ले जाने के लिए बातचीत की। बातचीत के दौरान एंबुलेंस संचालकों शासन के द्वारा निर्धारित रेट से अधिक कीमत मांगी। तभी अधिकारियों ने आरटीओ विभाग को इसकी सूचना देकर उनके खिलाफ कार्रवाई की है।