दिग्विजय के सवालों पर
विश्वास सारंग का करारा जबाब..
जानिए क्या बोले-चिकित्सा मंत्री
दिग्विजय सिंह द्वारा EVM पर उठाए जा रहे सवालो को लेकर कहा
दिग्विजय सिंह को सुर्खियां बटोरने के लिए इस तरह बिना किसी आधार के बयान देने की आदत हो गई है। यदि ईवीएम का ही मामला था तो राहुल गांधी चुनाव कैसे जीत गए। EVM में गड़बड़ होती तो दिग्विजय सिंह के बेटे कैसे जीत गए। यदि ईवीएम में गड़बड़ होती तो कमलनाथ कैसे जीत गए अगर ईवीएम में गड़बड़ होती तो सोनिया गांधी चुनाव कैसे जीत पाती। वह जीते तो सब सही और हारे तो ईवीएम खराब है।
सायरन बजाने पर कमलनाथ द्वारा किए गए तंज़ पर कहा
इतने गंभीर मामले पर विपक्ष के नेता का यह बयान कोरोना काल में उनके गैर जिम्मेदारी को प्रदर्शित करता है। कोरोना का प्रकोप फिर से आया है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि सरकार के साथ-साथ समाज भी खड़े हो तथा कोरोना की लड़ाई लड़े। मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी को बधाई देता हूं कि उन्होंने जन जागरण के माध्यम से कोरोना भगाने का नया अभियान प्रारंभ किया है। इस समय लॉकडाउन संभव नहीं है अर्थव्यवस्था बचाते हुए हमे कोरोना से अपने आप को बचाना है। इसलिए जरूरी है कि हम सब मास्क तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
राहुल गांधी पर कसा तंज़
पप्पू गांधी कहां पाए जाते हैं। वह सिर्फ दंड पेल रहे हैं तथा वह जितनी एक्सरसाइज कर रहे हैं उतनी ही कांग्रेस कमजोर हो रही है। कांग्रेस डूबती हुई नैया है। मध्य प्रदेश से देश का कोई भी कांग्रेसी नेता कहीं जाए इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। बंगाल हो तमिलनाडु हो या केरल हो हर जगह भाजपा की सरकार बनने की स्थिति बन चुकी है। बंगाल में भी भाजपा की सरकार बहुमत के साथ आएगी क्योंकि बंगाल की जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है।
कांग्रेस पर लगाया आरोप
एक व्यक्ति एक पद की परिभाषा कांग्रेस में नही है। यह भाई भतीजावाद व सामंतवाद की पार्टी है। यहां किसी सच्चे कार्यकर्ता को कोई पद मिलेगा इसकी अपेक्षा नहीं कर सकते। कांग्रेस केवल गुट व गिरोह में बटी हुई पार्टी है। जो पैसा देगा उसे पद मिलेगा। कमलनाथ ने जो पैसा कमाया है उसी से 10 जनपद के खर्चे चल रहे हैं।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।