फसल बीमा राशि का मिलना...
बस एक सपना ही रह गया...
1 साल से खाते में नहीं पहुंची राशि..
अमित बागलीकर-देवास मध्य प्रदेश
एक वर्ष बाद भी किसानों के खाते में नही पहुंची फसल बीमा राशि........
किसानों ने कृषि विभाग कार्यालय पर दिया धरना.........
552 करोड़ रूपए फसल बीमा का मिलना था, लेकिन किसानों के खातों में लगभग 146 करोड़ रूपए पहुंचे.....
मामला मध्य प्रदेश के देवास से है जहाँ के किसानों से बीमा कंपनियों द्वारा बीमा तो काट लिया जाता है लेकिन जब देने का समय आता है तो कंपनियां आनाकानी करती है। ऐसा ही मामला खरीफ फसल सोयाबीन वर्ष 2019-20 का है। देवास जिले 552 करोड़ रूपए फसल बीमा का मिलना था, लेकिन किसानों के खातों में लगभग 146 करोड़ रूपए पहुंचे। बाकी लगभग 406 करोड़ रुपए बीमा कंपनी ने किसानों को नहीं दिए। फसल बीमा को लेकर 1 वर्ष बीत चुका है, लेकिन कलेक्टर एवं कृषि विभाग को भारतीय किसान संघ ने ज्ञापन के माध्यम से बार-बार अवगत कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
किसानों ने नाराज होकर उपसंचालक किसान कल्याण विभाग के कार्यालय पर धरना भी दिया गया ।वही धरने के दौरान कृषि विभाग की उपसंचालक नीलम चौहान किसानों के बीच पहुंचे और बीमा कंपनी के साथ 18 मार्च को बैठक कर पूरे जिले का पटवारी हल्का डाटा उपलब्ध कराने की बात कही। बीमा कंपनी बजाज एलाइंस के हेड ने पुणे से वीडियो कॉलिंग करके किसानों को 2 दिन बाद बीमा कंपनी का अधिकारी भेजकर किसानों की जो समस्या है उसका डाटा व उपलब्ध कराने की बात कर रही है। धरना स्थल पर नायब तहसीलदार शिवानी श्रीवास्तव का कहना है कि डीडीए द्वारा दो दिन बाद बीमा कंपनी का अधिकारी बुलाकर डाटा उपलब्ध कराया जाएगा यह आश्वासन लिखित में दिया गया इसके बाद धरना स्थगित किसानों द्वारा किया गया।
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