Vikas ki kalam

जबलपुर की महारानी की श्रद्धा पूर्वक विदाई १८ घंटे में पूरा किया १५ किलोमीटर का सफर

 

जबलपुर की महारानी की श्रद्धा पूर्वक विदाई
१८ घंटे में पूरा किया १५ किलोमीटर का सफर 



जबलपुर । जबलपुर की महारानी के नाम से प्रसिद्ध लटकारी के पड़ाव गढ़ाफाटक लिंक रोड में स्थापित माता महाकाली का जलवा अलग ही रहा। १५ किलोमीटर का सफर करीब १८ घंटे में पुरा करने के बाद ग्वारीघाट के भटौली वुंâड में रविवार की सुबह ६ बजे स्मार्ट तरीके से एयर बूम व्रेâन द्वारा मातारानी का विसर्जन किया गया। इस साल प्रशासन ने पूरा एहतेयात बरतते हुए और समिति के साथ समांजस्य बैठाकर प्रतिमा को वुंâड में विसर्जित करने की सहमति बनाई। छोटी लाइन फाटक से लेकर ग्वारीघाट तक मातारानी की भव्य पूजा अर्चना की गयी। शनिवार की शाम ६ बजे पड़ाव से निकली महाकाली विसर्जन शोभायात्रा तकरीबन १५ किलोमीटर की चलकर ऐतिहासिक भीड़ के साथ ाग्वारीघाट स्थित भटौली वुंâड ५ बजकर २५ मिनिट में पहुंची। शोभायात्रा में प्रारंभ से लेकर विसर्जन होने तक कहीं कोई गड़बड़ी न हो इसके लिये भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।

रास्ते भर में भण्डारे की धूम.......

पड़ाव से लेकर ग्वारीघाट तक महाकाली के भक्तों के लिए मार्ग में १५० से अधिक भण्डारों का आयोजन किया गया। समाजसेवियों के साथ अनेक लोगों ने स्वागत मंच के साथ भण्डारा का आयोजन किया। उल्लेखनीय है कि भण्डारा का आयोजन करने वाले प्रदेश के कई शहरों में जबलपुर पहुंचे थे। 

भक्तों का सैलाब..........

महाकाली के विसर्जन जुलूस में उम्मीद से अधिक भीड़ होने से शहर में दूसरे दशहरा जैसा माहोल रहा। श्रद्धालू पूरी रात महाकाली के दर्शन के लिए सड़कों में आते-जाते देखे गए भीड़ में इस बात की चर्चा भी रही कि इस साल जैसे भक्तों की भीड़ इससे पहले कभी नहीं थी इस बात को ध्यान में रखकर चुस्त-दुरुस्त इंतजाम किए गए थे। समिति के अखिल राज ने पूरे १५ दिन भक्तों व प्रशासन के मिले सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।

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