ब्लाइंड बुक पब्लिकेशन का
ब्लाइंड गेम..
युवाओं से की दो करोड़ की ठगी..
(वाजिद खान-जबलपुर)
इन दिनों घर बैठे पैसे कमवाने वालों की होड़ सी लगी हुई है। ये संस्थाएं बेरोजगार युवकों को घर बैठे हजारों लाखों रुपये कमाने का मौका दे रही है। और यहीं से शुरू होती है। नटवरलालों के शातिर दिमाग की जालसाजी...आज हम ऐसी ही एक जालसाज कंपनी का उल्लेख करने जा रहे है..जिसने बेरोजगारों को निशाना बना कर करोड़ो की ठगी को अंजाम दिया है। शहर में कंपनी द्वारा बेरोजगारों के साथ धोखाधडी और ठगी करने का मामला सामने आया है। बेरोजगारों को जब कंपनी के फर्जीवाडे का पता चला तो सैकड़ो बेरोजगारों ने कंपनी के आफिस में सोमवार की रात जमकर हंगामा कर दिया। हंगामे की खबर लगते ही कंपनी का कर्ताधर्ता मौके से फरार हो गया है।
यहां जानिए...कहाँ का है मामला...
मामला मध्यप्रदेश के संस्कार धानी कहलाने वाले जबलपुर जिले का है। जहां के हजारों युवाओं को ब्लाइंड बुक पब्लिकेशन के नाम पर ठगा गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उखरी रोड के पास एक किराए के भवन में कार्यालय खोलकर जबलपुर बुक पब्लिकेशन के नाम से महीनों से सक्रिय इस संस्था ने शहर के पढे- लिखे युवाओं के लिए ऐसा जाल बिछाया की एक के बाद एक हजारों युवा खुद ब खुद इस कंपनी के जाल में फंसते चले गए। इस कंपनी का फॉर्मेट और उसे समझने वाले इतने प्रभावशाली थे कि लोगों को इसके फर्जी होने का शक भी नहीं हुआ। उन्हें तो बस घर बैठे हजारों रुपये कमाने का सुनहरा मौका दिख रहा था। लेकिन जैसे -जैसे समय गुजरा कंपनी के वादे और दावे धुंधले होने लगे। और एक दिन जब लोगों को कंपनी की धोखाधड़ी की भनक लगी तो सैकड़ों की संख्या में युवा वर्ग अपना रजिस्ट्रेशन शुल्क का पैसा वापस मांगने कंपनी कार्यालय पहुंच गए। जिसके बाद हंगामे की स्थिति बन गयी।
यहां समझिए क्या है..
ब्लाइंड बुक पब्लिकेशन का खेल..
शहर में जबलपुर बुक पब्लिकेशन के नाम पर पहले तो पर्चे बांटे जाते हैं और उसमें घर बैठे लाभ कमाने का लालच दिया जाता है । जैसे ही लोग इस संस्था के साथ जुड़ने की बात करते है तो । इस संस्था से जुड़ने के लिए प्रति व्यक्ति से पेपर पेंसिल फोल्डर आदि के नाम पर ढाई हजार रुपये का रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करवाया जाता है।बेरोजगार युवाओं को पहले तो उनके राइटिंग स्किल को सुधारने ट्रेनिंग दी जाती है। और फिर उन्हें घर बैठे कंप्यूटर में टाइपिंग के लिए भारी भरकम सिलेबस दे दिया जाता है। इस दौरान उनसे अपने साथियों को भी जोड़ने की बात कही जाती है। देखते ही देखते हज़ारों की संख्या में लोग इस कंपनी से जुड़ जाते है। बाद में कंपनी करोड़ों रुपयों का रजिस्ट्रेशन शुल्क पचा कर चंपत हो जाती है।
*माफियाओं के लिए दहशत भरा....* *माहौल* *फिर चला पीला पंजा* *करोड़ों की संपत्ति ज़मीदोज़.*
हंगामा होने पर पहुंची पुलिस... कार्यालय किया गया सील
कंपनी की ठगी की खबर जंगल की आग की तरह पूरे शहर में फैल गई जैसे जैसे लोगों को इस बात की जानकारी लगी कंपनी के कार्यालय में जरूरत मंद बेरोजगारों की लाइन लगनी शुरू हो गई इस कंपनी द्वारा शहर के अलावा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगारों को भी अपना शिकार बनाया गया था जब उन्हें इस बात की जानकारी लगी कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है तो हजारों की भीड़ कार्यालय के सामने जमा होने लगी। मामले की सूचना मिलने के बाद स्थानीय विधायक और पुलिस भी मौके पर पहुंची और हंगामा करने वाले बेरोजगारों को शांत कराया। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा कार्यालय को सील कर ठगी करने वाले कार्यालय के तीन लोगों को हिरासत में लिया है पुलिस के अनुसार कंपनी प्रमुख कुमार सानू का मैनेजर श्री दुबे के नाम सामने आए हैं। जिन्हें ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है।
100 पेज लिखने के 4 हजार रुपये देने का दावा
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(प्रीति आहूजा - पीड़ित) |
विधायक विनय सक्सेना ने की कड़ी कार्यवाही की मांग
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(विनय सक्सेना विधायक) |
विधायक विनय सक्सेना ने बेरोजगार युवाओ से ठगी करने वाली जबलपुर पब्लिकेशन बुक कम्पनी पर कार्यवाही करने के लिए जिला प्रशासन से मांग की है। विधायक का कहना है कि प्रदेश सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यवाही करनी चाहिए।
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