केंद्र सरकार की बढ़ी मुसीबत
किसानों के बाद,अब डॉक्टर भी
केंद्र सरकार के विरोध में
देश की राजनीतिक कुंडली इन दिनों किसी प्रबल ग्रह के दुष्परिणामों से गुजर रही है यही कारण है कि एक के बाद एक केंद्र सरकार की नीतियों का खुलकर विरोध हो रहा है हालांकि यह पहला मामला नहीं है लेकिन राजनीतिक पंडितों की माने तो एक के बाद एक केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध होना कहीं ना कहीं जनता के विरोध का कारण भी बन सकता है जिसे लेकर अब केंद्र सरकार के मंत्रियों की मंत्रणा जारी है। केंद्र सरकार पहले से ही कृषि बिल को लेकर किसानों का आक्रोश झेल रही है इससे पहले की किसानों का आक्रोश शांत होता अब केंद्र सरकार के सामने एक नई फजीहत खड़ी होने जा रही है बताया जा रहा है कि किसानों के बाद अब डॉक्टर भी सरकार के प्रति अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर करने वाले हैं जिसके चलते भारतीय मेडिकल एसोसिएशन ने देशभर में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया है आइए जानते हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ जो डॉक्टर सरकार से नाराज हो गए...
*परदेश में भी गूंजा* *किसान आंदोलन के* *समर्थन का नारा*
मंगलवार को देश भर के डॉक्टर केंद्र सरकार के खिलाफ दर्ज कराएंगे विरोध
केंद्रीय चिकित्सा परिषद की ओर से जारी की गई अधिसूचना के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने केंद्र सरकार के इस फैसले को नकारने का मन बना लिया है यही कारण है कि डॉक्टर भी मंगलवार से सड़कों पर उतरने जा रहे हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार देश भर के 10000 से अधिक सार्वजनिक स्थलों पर डॉक्टर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे। बताया जा रहा है कि इस अधिसूचना के तहत स्नातकोत्तर आयुर्वेद सर्जरी के छात्रों को भी आधुनिक चिकित्सा और शल्य चिकित्सा प्रक्रियाओं का अध्ययन करने और इसके साथ साथ सर्जरी का अभ्यास करने की मंजूरी दी गई है जिसे लेकर देशभर के डॉक्टरों में आक्रोश व्याप्त है
*अधिकारियों से बचे..* *तब तो गरीबों को मिले..* *पीएम आवास योजना में घोटाला*
यहां विस्तार से समझें... आखिर क्या है केंद्रीय चिकित्सा परिषद की नई अधिसूचना में खास...
केंद्र सरकार ने एक अधिसूचना जारी की है जिसके तहत आयुर्वेद के विशिष्ट क्षेत्र में पोस्ट ग्रेजुएट चिकित्सकों को ऑपरेशन करने का प्रशिक्षण देने की अनुमति दी गई है ताकि वे सामान्य ट्यूमर, गैंग्रीन का विच्छेदन और नाक तथा मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर सकें.
गैंग्रीन एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के ऊतक नष्ट होने लग जाते हैं. यह मुख्य रूप से चोट, संक्रमण या किसी अन्य समस्या के कारण शरीर के किसी भाग में खून नहीं जा पाने के कारण होता है.
सीसीआईएम की ओर से जारी अधिसूचना में 39 सामान्य ऑपरेशन प्रक्रियाओं और करीब 19 प्रक्रियाओं की सूची हैं जिनमें आंख, कान, नाक, गला आदि हैं. इसके लिए भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (पोस्ट ग्रेजुएट आयुर्वेद शिक्षा), नियमन 2016 में संशोधन किया गया है.
अधिसूचना के मुताबिक, पढ़ाई के दौरान ‘शल्य’ और ‘शल्क्य’ में पीजी कर रहे छात्रों को ऑपरेशन करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
*दिलजीत ने किसानों का* *दिल जीत लिया* *आंदोलन में शामिल किसानों के लिए दान में दिए एक करोड़ रुपए*
बंद के दौरान जारी रहेंगी कोरोना सेवाएं लेकिन ओपीडी रहेगी बंद...
भारतीय मेडिकल एसोसिएशन ने सोमवार को ऐलान करते हुए कहा कि मंगलवार 11 दिसंबर को सुबह 6:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा इस दौरान गैर अनिवार्य और गैर कोविड-19 सेवाएं बाधित रहेंगी आईएमए ने जानकारी देते हुए कहा कि इस बंद के दौरान सभी आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी लेकिन ओपीडी सेवाएं उपलब्ध नहीं हो सकेंगे इस दौरान ना तो चिकित्सक कोई कार्य करेंगे और ना ही पहले से तय किए गए ऑपरेशनों को किया जाएगा। आईएमए के अनुसार वन सिस्टम पॉलिसी आधुनिक चिकित्सा व्यवस्था के लिए काफी हानि प्रद सिद्ध होगी
आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किया वन सिस्टम पॉलिसी का विरोध
सोमवार को ही बैठक के दौरान इस पूरे संबंध में चर्चा करते हुए आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 द्वारा चिकित्सा बहुलतवाद की वकालत करने और सभी चिकित्सा प्रणालियों के मिश्रण के लिए नीति आयोग की चार समितियां बड़े सबूत के रूप में सामने आई है वन सिस्टम पॉलिसी आधुनिक चिकित्सा तंत्र को पूरी तरह से खत्म कर देगी आई एम ए का कहना है कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा सर्जरी के कानूनी अभ्यास की अनुमति के खिलाफ यह पूरा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
If you want to give any suggestion related to this blog, then you must send your suggestion.