एमपी के इन जिलों में..
बदले जा सकते हैं कलेक्टर..
सीएम शिवराज कर सकते है..
बड़ी प्रशासनिक सर्जरी...
नगरी निकाय चुनाव के बादल छाते ही एक बड़ी प्रशासनिक सर्जरी के संकेत आना शुरू हो चुके हैं जानकारों की मानें तो मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश के कई जिलों में पदस्थ अधिकारियों के तबादले की तैयारियों में जुटी हुई है। एक बार फिर से चुनावी मोड में आए मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जल्द ही इस प्रशासनिक सर्जरी की घोषणा कर सकते हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक सभी जिलों का फीडबैक पहुंच चुका है। जिसके हिसाब से अंदाजा लगाया जा रहा है कि प्रदेश के 8 जिले इस प्रशासनिक सर्जरी के दायरे में आने वाले हैं बताया जा रहा है कि बालाघाट ग्वालियर सीधी शहडोल छतरपुर सीहोर रायसेन और होशंगाबाद के कलेक्टरों के तबादले किए जा सकते हैं इसके साथ साथ भाजपा को चुनाव के दौरान जिन जिलों में नुकसान हुआ है वहां के अफसरों को भी हटाने की प्रक्रिया की जा सकती है। जनवरी 2021 में नगरी निकाय चुनाव होने तय हैं।नगरीय निकायों के लिए महापौर और अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण की प्रक्रिया हो चुकी है। राज्य निर्वाचन आयोग की तैयारी भी लगभग पूरी हो चुकी है।और वही 15 दिसंबर के आसपास आचार संहिता भी लागू हो सकती है माना जा रहा है कि इससे पहले कम से कम 8 जिलों के कलेक्टरों के तबादले की तैयारी कर ली गई है
कलेक्टर कमिश्नर कांफ्रेंस में दीये... सीएम ने संकेत
आपको बता दें कि बुधवार को आयोजित की गई कलेक्टर कमिश्नर कांफ्रेंस के दौरान प्रदेश के मुखिया के काफी तीखे तेवर दिखाई दिए कांफ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़े प्रशासनिक फेरबदल के संकेत दिए हैं उन्होंने कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि मैदानी पोस्टिंग मेरिट के आधार पर की जाएगी कांफ्रेंस के दौरान कई जिलों के कलेक्टरों की कार्यप्रणाली को लेकर मुख्यमंत्री ने अपनी नाराजगी भी व्यक्त की थी ।
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कॉन्फ्रेंस में हुए एक्शन का तत्काल दिखा रिएक्शन
मुख्यमंत्री की कलेक्टर कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में सभी जिलों के कलेक्टरों की कार्य प्रणाली की समीक्षा की गई इस दौरान कुछ जिलों के कलेक्टरों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सराहना मिली तो कुछ कलेक्टरों को मुख्यमंत्री की फटकार का भी सामना करना पड़ा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार यह कॉन्फ्रेंस तकरीबन 8 घंटे तक चली और फिर कांफ्रेंस के खत्म होते ही कटनी कलेक्टर शशि भूषण सिंह और नीमच एसपी मनोज कुमार राय को तत्काल हटाने के निर्देश दिए गए खास बात यह है कि दोनों अफसरों के तबादले का आदेश जारी भी हो गया।
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प्रशासनिक सर्जरी में दिख सकता है..उपचुनाव का साइड इफेक्ट
प्रदेश सरकार द्वारा की जाने वाली प्रशासनिक सर्जरी में उपचुनाव का साइड इफेक्ट देखने को मिल सकता है गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश के उपचुनाव में भाजपा को 9 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था बताया जा रहा है कि इन 9 सीटों में मतदाता भाजपा की कार्यप्रणाली से नाखुश दिखाई दिए थे लिहाजा सरकार की यह मंशा है कि इन जिलों में सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन तेजी से होना चाहिए इसे ध्यान में रखकर भी प्रशासनिक सर्जरी की जा सकती है । इस प्रशासनिक सर्जरी का खास असर उन जिलों में देखने को मिल सकता है जहां पर उपचुनाव के दौरान भाजपा के नेताओं और अधिकारियों के बीच आपसी सामंजस्य काफी कम रहा । क्योंकि उपचुनाव के दौरान कई नेताओं द्वारा चुनाव आयोग में इन अफसरों की शिकायत भी दर्ज कराई गई थी।
*समाधान ऑनलाइन..* *सीएम शिवराज के दिखे तीखे तेवर..* *अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश..*
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विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार