काय.. जे कौन को खोबा आय..??
बस स्टैंड पहुंचा 40 क्विंटल
संदिग्ध मावा और मिल्क केक
त्योहार आते ही मिलावटखोरों का गिरोह सक्रिय हो जाता है जहां त्योहारों की मिठास में मिलावट का जहर घोलने और दोगुना मुनाफा कमाने के चक्कर में यह लोग आम जनता के जीवन तक से खिलवाड़ कर डालते हैं इन्हीं त्योहारों के बीच नकली मावा मिल्क केक और मिठाइयों का मिलावटी दौर चरम सीमा पर होता है।
इन्हीं मिलावटखोरों पर नकेल कसने खाद्य और औषधि विभाग के द्वारा लगातार छापे मार कार्यवाही भी की जाती है इस इच्छा पर मार कार्यवाही के दौरान शहर में पहुंची नकली मावा की एक बड़ी खेप को पकड़ने में खाद्य और औषधि विभाग की टीम को बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। टीम के द्वारा बस स्टैंड में 40 क्विंटल संदिग्ध मावा मिल्क केक जप्त किया गया है सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की इतनी बड़ी मात्रा में बस स्टैंड पहुंचा यह मावा उठाने अभी तक कोई भी व्यापारी नहीं आया।
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कहां का है मामला कैसे लगी खबर
दिवाली का त्यौहार सर पर है और इसी माहौल को भंजाने के लिए मिलावट को एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। मामला मध्य प्रदेश के संस्कारधानी कहे जाने वाले जबलपुर जिले का है जहां खाद्य और औषधि विभाग के अधिकारियों ने अंतरराज्यीय बस स्टैंड दीनदयाल चौक पर छापा मारा और ग्वालियर से आने वाली एक बस में रखे 40 क्विंटल संदिग्ध मावा और मिल्क केक को बरामद किया है। सूत्रों की माने तो खाद्य एवं औषधि विभाग के फूड इंस्पेक्टर को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दिवाली त्योहार के मद्देनजर संदिग्ध मावा और मिठाइयों से जुड़े कच्चे उत्पादों की एक बड़ी खेप को जबलपुर में गलाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसे लेकर खाद्य और औषधि विभाग पहले से ही सतर्क हो गया था और जैसे ही जानकारी पुख्ता हुई वैसे ही छापामार कार्यवाही कर बस स्टैंड से संदिग्ध मावा और मिल्क केक की खेत को टीम ने अपने कब्जे में कर लिया ।
ग्वालियर की बस से जप्त किया गया संदिग्ध मावा और मिल्क केक
फूड इंस्पेक्टर अंबरीश दुबे से प्राप्त जानकारी के अनुसार अंतर राज्य बस स्टैंड दीनदयाल चौक पर दबिश देते हुए खाद्य और औषधि विभाग की टीम ने 40 क्विंटल संदिग्ध मावा जप्त किया है
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अम्बरीश दुबे(खाद्य निरीक्षक) |
संदिग्ध मावे की इतनी बड़ी खेप निकली लावारिस
ग्वालियर के रास्ते बस में रखकर संदिग्ध मावा शहर तो पहुंच गया लेकिन बस स्टैंड में खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों की चपेट में आ गया इस कार्यवाही के दौरान व्यापारियों के गुर्गे जो पहले से ही माल की डिलीवरी लेने के लिए घात लगाए बैठे हुए थे। अचानक ही उन्हें सांप सूंघ गया। उपरोक्त माल को लेने वाले आठ से 10 व्यापारियों को बाकायदा पूछताछ के लिए बुलाया गया जिनमें से कुछ व्यापारी उपस्थित भी हुए लेकिन उन्होंने इसे अपना माल बताने से साफ इंकार कर दिया जिसे लेकर विभाग के अधिकारियों का संदेह है और भी गहरा हो गया है अधिकारियों ने पूरे माल को जप्त करते हुए मावे के सैंपल को भोपाल स्थित लैब में भेज दिया है जल्द ही मावे के सैंपल की रिपोर्ट खाद्य एवं औषधि विभाग को मिल जाएगी अगर रिपोर्ट में मावा के नकली होने या अन्य उत्पादों में मिलावट होने की रिपोर्ट प्राप्त होती है तो फिर इस संदिग्ध मावे को भेजने वाले और जबलपुर के स्थानीय व्यापारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा सकता है।
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विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
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