MP में मजदूरी करती है..
दीपिका पादुकोण और जैकलीन.
यकीन न हों तो पढ़िए पूरी ख़बर..
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के विषय मे तो आप सभी बखूबी जानते होंगे।यह भारत में लागू एक रोजगार गारंटी योजना है, जिसे 7 सितंबर 2005 को विधान द्वारा अधिनियमित किया गया। यह योजना प्रत्येक वित्तीय वर्ष में किसी भी ग्रामीण परिवार के उन वयस्क सदस्यों को 100 रुपये प्रतिदिन का रोजगार उपलब्ध कराती है जो प्रतिदिन 220 रुपये की सांविधिक न्यूनतम मजदूरी पर सार्वजनिक कार्य-सम्बंधित अकुशल मजदूरी करने के लिए तैयार हैं।
इस योजना के साथ आशा जताई जा रही थी कि गरीब को उसका हक और काम मिलेगा। लेकिन मतलब परस्तों ने मनरेगा घोटाला कर गरीब की रोटी तक छीन ली।
हद तो तब हो गयी जब इन घपलेबाजों ने एक दर्जन से अधिक फ़िल्म अभिनेताओं के मनरेगा जॉब कार्ड बना डाले। आइए जानते है...क्या है ये MP का मनरेगा घोटाला...???
आगे पढ़ें आखिर क्यों मुख्यमंत्री शिवराज ने थाना खारा कुआं में पदस्थ पुलिस कर्मियों को किया निलंबित
कहाँ का है मामला...??
कैसे हुआ मनरेगा घोटाला...??
घोटालेबाजों के द्वारा किया गया यह अद्भुत कारनामा मध्यप्रदेश के खरगोन जिले का है।जहां झिरन्या जनपद की पिपरखेड़ा नाका पंचायत में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) में दीपिका पादुकोण और जैकलीन फर्नांडिस सहित करीब एक दर्जन बॉलीवुड कलाकारों को यहां मनरेगा मजदूर के रूप में दर्शाया गया है।
खास बात यह है कि इन फिल्मी हस्तियों की फोटो लगाकर मनरेगा के लिए जॉब कार्ड तैयार किये गए। और फिर इन मजदूरों की दिहाड़ी (मजदूरी) का बाकायदा लाखों रुपयों का भुकतान भी करवा लिया गया।
जरूर पढ़िए.. दिल्ली वालों का प्रदूषण से घुट रहा दम यहां जानिए क्या है आपके शहर का प्रदूषण लेबल
आखिर कैसे हुआ..??
मनरेगा घोटाले का भंडाफोड़..??
आपसी सांठगांठ के चलते फिल्मी कलाकारों से मजदूरी कराने का खेल लंबे समय से जारी था लेकिन तभी एक ऐसा मोड़ा आया जिसमें हकीकत का मनरेगा मजदूर अपने हक के लिए आवाज उठाने लगे।आपको बता दें कि सही हकदार हितग्राहियों ने ऑनलाइन मनरेगा साइट पर काम की राशि नहीं मिलने पर सर्चिंग की। मनरेगा मजदूरों के हॉस्टल पास्ता हो गए जब उन्होंने पाया की मजदूरी करने के बावजूद भी उनके जॉब कार्ड फर्जी हैं और हकीकत में उनके जॉब कार्ड में फिल्मी कलाकार जैसे दीपिका पादुकोण और जैकलीन फर्नांडिस जैसी अभिनेत्रियों की फोटो लगी है।
बलिया गोलीकांड में अभी और होगा इंतजार मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
काम पर गया ही नहीं मजदूर लेकिन दीपिका पादुकोण को मिल गई मजदूरी
मोनू दुबे बताते हैं कि जॉब कार्ड पर फिल्मी अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का फोटो लगाकर उसके नाम से तीस हजार रुपये निकाले गए। जबकि वह काम पर गया ही नहीं। यह क्रम प्रतिमाह जारी है।
वही सोनू के नाम पर जैकलिन फर्नांडीस कर रही थी मनरेगा की मजदूरी
ठीक उसी तरह एक ग्रामीण सोनू के नाम पर जैकलीन फर्नांडिस मजदूरी कर रही थी। यानी सोनू के मनरेगा मजदूरी कार्ड में फ़िल्म अभिनेत्री जैकलीन दिहाड़ी मजदूर के रूप में कार्य कर रही थी। सोनू को जब इस पूरे वाक्य के विषय में पता चला तो वह भी भौचक्का रह गया कि आखिर कैसे इतनी बड़ी फर्ज फिल्म एक्टर्स उसके दस्तावेज पर मजदूरी का कार्य कर रही थी।
आगे पढ़िए भारत के सेना प्रमुख ..अगले माह जाएंगे नेपाल.... हो सकते हैं जरूरी फैसले
पंचायत में मचा हंगामा सरपंच सचिव और रोजगार सहायक आये शक के घेरे में पंचायत सीईओ ने दिए विशेष जांच के निर्देश
इस पूरे घोटाले को लेकर मनरेगा के तमाम मजदूरों ने पंचायत के सरपंच सचिव और रोजगार सहायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। पंचायत इलाके में रहने वाले लोगों का कहना है कि मनरेगा में कोई काम नहीं मिला। लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक के साथ ऊपर तक के लोग इस भ्र्ष्टाचार में मिले हैं। मशीनों से काम करवाकर इस तरह फर्जीवाड़ा किया गया है। मामला सामने आने के बाद जिला पंचायत सीईओ गौरव बेनल ने जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें दो प्रकार से जांच होगी फर्जी जॉब कार्ड कैसे बने और दूसरा कितनी राशि का फर्जीवाड़ा किया गया।
हाथरस कांड में आया नया मोड़ चश्मदीद ने बताया की लड़की सीख रही थी और सामने खड़े थे माता-पिता
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
If you want to give any suggestion related to this blog, then you must send your suggestion.