बलिया | बलिया मर्डर केस के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह सोमवार (आज) कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने धीरेंद्र को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सुबह 9.56 बजे आरोपी धीरेंद्र को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रमेश कुशवाहा की अदालत में पेश किया गया। इस दौरान सुरक्षा कड़े प्रबंध किए गए थे। लगभग 22 मिनट तक चली कार्यवाही के बाद कोर्ट ने धीरेंद्र को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
बलिया: 15 अक्टूबर को दुर्जनपुर गांव में गोलीबारी की घटना के मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को बलिया जिला अदालत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा।
आपको बता दें कि रविवार को रविवार की सुबह एसटीएफ ने उसे लखनऊ में पॉलिटेक्निक चौराहे से दो साथियों के साथ धर दबोचा। एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने बताया कि धीरेन्द्र सिंह की लोकेशन लखनऊ में मिली थी। रविवार सुबह वह अपने दो साथियों के साथ किसी से मिलने के लिये पॉलीटेक्निनिक चौराहे पहुंचा है, तभी उसे पकड़ लिया गया। गिरफ्तारी के बाद उसे एसटीएफ मुख्यालय ले जाया गया जहां काफी देर तक पूछताछ की गई।
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इसके बाद धीरेंद्र सिंह को एसटीएफ रविवार की शाम बलिया ले आई। लखनऊ से धीरेंद्र को लेकर एसटीएफ की टीम सीधे कोतवाली पहुंची और उसे थाने की लॉकअप में डाल दिया। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। अभी तक वारदात में इस्तेमाल असलहा नहीं मिल सका है। एसे में कोर्ट से धीरेंद्र सिंह की रिमांड भी पुलिस मांगेगी।
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धीरेन्द्र ने दुर्जनपुर गांव में 15 अक्टूबर को पंचायत भवन पर राशन कोटे की दुकान को लेकर चल रही बैठक में तनातनी होने पर जय प्रकाश पाल की गोली मार कर हत्या कर दी थी। घटना के समय बैरिया के एसडीएम सुरेश पाल, सीओ चन्द्रकेश सिंह समेत कई लोग वहां मौजूद थे। शासन ने इन दोनों अफसरों को निलम्बित कर दिया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही थी। उसके दो भाइयों समेत नौ लोगों को पकड़ लिया गया था लेकिन धीरेंद्र नहीं पकड़ा गया तो 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया। उधर इस मामले में आरोपी धीरेन्द्र सिंह ने एक वीडियो वायरल कर खुद को बेगुनाह बताया था। इस मामले में धीरेन्द्र के पक्ष में भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह भी खुलकर सामने आ चुके है। इसके बाद से मामले ने और तूल पकड़ रखा है।
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विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
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