बलिया गोलीकांड में नामजद 8 अभियुक्तों में से एक देवेंद्र प्रताप सिंह को बलिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बाकी आरोपियों की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है. मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह अभी भी फरार है, जिसे पकड़ने के लिए दर्जन भर पुलिस टीम छापेमारी कर रही है.
इस बीच आजमगढ़ जोन के आईजी सुभाष चंद्र दुबे, दुर्जनपुर गांव में कैंप कर रहे हैं. वही आरोपियों की तलाश में पुलिस की एक दर्जन से ज्यादा टीमें जगह-जगह पर दबिश दे रही हैं. उधर इस वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के घर पर जमकर तोड़फोड़ की है. बताया जा रहा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी की हरसंभव कोशिश की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने मुख्य आरोपी के घर की महिलाओं को थाने में बैठाया है. साथ ही पुलिस ने आरोपी के घर में काफी तोड़फोड़ भी की है. पुलिस के जवानों ने आरोपी के घर की खिड़कियां तोड़ डाली है. यही नहीं घर में रखे फर्नीचर पर भी पुलिसिया कहर टूटा है. साथ ही साथ घर के बाहर खड़ी बाइक और कार को भी पुलिस के गुस्से का शिकार होना पड़ा है.
गौरतलब है कि 15 अक्टूबर की दोपहर बाद बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान के आवंटन को लेकर की जा रही कार्यवाही में दो पक्षों में भिड़ंत हो गई. जिसमें गांव के ही दबंग धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्ल्यू ने अपने साथियों के साथ मिलकर दूसरे पक्ष पर हमला बोल दिया और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.
फायरिंग की इस वारदात में मौके पर मौजूद जयप्रकाश पाल को गोली लगी. इलाज के लिए अस्पताल ले जाते वक्त जयप्रकाश पाल की मौत हो गई. इस मामले में पुलिस ने धीरेंद्र प्रताप सिंह सहित कुल 8 लोगों के खिलाफ नामजद किया है. फायरिंग के वक्त मौके पर मौजूद एसडीएम, सीओ समेत सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
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विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
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