दबंगों की दरिन्दगी...
राजीनामा न करने पर..
दलित बुजुर्ग को पेशाब पिलाने की कोशिश..
यूपी में दबंगई और गरीबों दलितों के साथ हुए अत्याचार के किस्से तो आपने बहुत सुने और पढ़े होंगे। लेकिन आज हम जो खबर आपको बताने जा रहे हैं। उसे सुनने के बाद आपका इंसानियत से विश्वास ही उठ जाएगा। इस कहानी में एक दलित बुजुर्ग की बेबसी, रसूखदारों की हैवानियत और सिस्टम की नाकामी साफ नजर आती है।जहां राजीनामा ना किए जाने पर दलित बुजुर्ग को पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया और जब उसने इस बात से इनकार किया तो लाठी-डंडों से उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी गई इस पूरे मामले को लेकर जब वह न्याय की गुहार लगाने थाने पहुंचा तो रसूखदारों ने उसे शिकायत वापस लेने का दबाव बनाते हुए दोबारा मारपीट की।
कहां का है.. मामला
क्या है... कहानी ??
आप सभी को हैरान करने वाला यह मामला उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के रोड़ा गांव से सामने आया है। यहां एक 65 साल के बुजुर्ग के साथ मारपीट की गई है।आरोप यह भी है कि बुजुर्ग को पेशाब पीने के लिए भी मजबूर किया गया। इतना ही नहीं, जब पीड़ित बुजुर्ग ने पुलिस में इसकी शिकायत तो आरोपी केस वापस लेने के जवाब बना रहे हैं।
आखिर क्या है ?? पीड़ित बुजुर्ग की दास्तान
कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत रोड़ा गांव का है जहां रहने वाले 65 वर्षीय दलित अमर के साथ गांव के ही कुछ दबंगो ने बेरहमी से मारपीट की है। पीड़ित अमर की हालत गंभीर होने के चलते उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ित का आरोप है कि एक हफ्ते पहले गांव के दबंगो ने उसके बेटे को कुल्हाड़ी से मारा था। जिसकी शिकायत उसने थाने में की थी। इसके बाद कुछ लोग बीती रात गांव के एक खोखे पर आ गए। जहां उन्होंने पीड़ित अमर को पकड़ लिया और राजीनामा का दबाव बनाने लगे। पीड़ित ने बताया कि जब उसने राजीनामा से मना किया तो...
दबंगो ने...कप में पेशाब भरकर जबरन उसे पिलाने की कोशिश की, लेकिन अमर लगातार विरोध करता रहा। इसके बाद उसके साथ लाठी डंडों से जमकर मारपीट कर दबंग फरार हो गए.
जानिए क्या कहती है पुलिस
ऐसी क्या..?? शामत आ गयी जो...जलती चिता से लाश उठा ले गयी पुलिस...जरूर पढ़ें...ये रोचक ख़बर
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार