लाठी और पानी की बौछार से..
कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का स्वागत...
निजी अस्पतालों की लूट को लेकर
हो रहा था प्रदर्शन...
कोरोना काल के दौरान निजी अस्पतालों की मनमानी और लूट खसौट के किस्से अब आम हो चले हैं । और इसी मुद्दे को लेकर अब राजनीतिक सरगर्मियां तेज होने लगी है। जो कि मध्य प्रदेश में चुनाव का माहौल गर्म हो चला है तो ऐसे में विपक्ष में बैठी कांग्रेस पार्टी भी कहां शांत रहती लिहाजा... कांग्रेस पार्टी जनता से जुड़े इस मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतर आई है।
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कांग्रेस की सभी विंग ने एकजुट होकर किया प्रदर्शन
बुधवार की दोपहर को शहर की तमाम कांग्रेस विंग ने एकजुट होकर निजी अस्पतालों में हो रही लूट खसौट के खिलाफ , ज्योति टॉकीज चौराहे से कलेक्ट्रेट कार्यालय तक विरोध प्रदर्शन स्वरूप एक मार्च निकाला और अपने तयशुदा कार्यक्रम के तहत ज्ञापन सौंपने का निर्णय लियाअच्छी खासी संख्या में एकत्र हुए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को देख पुलिस प्रशासन के भी हाथ-पांव फूलने लगे और उन्होंने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से बीच रास्ते में ही ज्ञापन सौंपने का आग्रह किया।
बीच रास्ते में ही प्रदर्शन को रोकने का किया गया प्रयास
लेकिन कांग्रेसी कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट जाकर ही कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की बात पर अड़े रहे। जिस पर पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने समझाइश देते हुए कहा कि कलेक्ट्रेट परिसर तक इतने अधिक लोगों को जाने की अनुमति नहीं है।वे यहीं पर अपना प्रदर्शन समाप्त कर ज्ञापन दे दें।
पुलिस प्रशासन द्वारा विरोध प्रदर्शन को रोके जाने से कांग्रेसी कार्यकर्ता काफी नाराज हुए और इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की स्थिति निर्मित हो गई।
पुलिस प्रशासन की लाख समझाइस के बाद भी कांग्रेसी कार्यकर्ता अपनी बातों पर अड़े रहे और काले झंडे लेकर कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ने लगे।। वही महिला विंग की कार्यकर्ताओं ने भी हाथों में चूड़ियां लेकर कलेक्टर को चूड़ी भेंट करने की बात कह डाली।
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पानी की बौछार और डंडों की मार से किया कांग्रेसियों को तितर-बितर
पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी और ने मामले को बिगड़ता देख वाटर कैनन की मदद से भीड़ को भगाने का प्रयास किया गया। वही उपद्रव मचा रहे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को बलपूर्वक शांत करते हुए। पुलिस ने कार्यकर्ताओं के ऊपर जमकर लाठी भांजी और भीड़ को तितर-बितर किया।
निजी अस्पतालों की लूट नहीं रुकी तो होते रहेंगे प्रदर्शन
जिला प्रशासन के इस रवैये को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि वे जानबूझकर कांग्रेस के शांतिपूर्ण प्रदर्शन को दबाना चाह रहे हैं। घंटों चली कशमकश के बाद कांग्रेसी नेताओं और पुलिस के आला अधिकारियों के बीच शांतिपूर्ण ढंग से बात हुई । इस दौरान कांग्रेसी नेता रिजवान अली कोटिने मांग की है कि निजी अस्पतालों द्वारा की जा रही लूट को तत्काल बंद किया जाए और प्रशासन इन अस्पतालों पर अंकुश लगाए यदि शीघ्र ही उनकी मांगे ना मानी गई तो आने वाले समय में कांग्रेसी कार्यकर्ता किसी भी प्रकार का निवेदन स्वीकार नहीं करेंगे।
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विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार