Moratorium Loan -
अगर लॉक-डाउन में भरा है चक्रवृद्धि ब्याज..
तो वापस आएगा पैसा..जानिए कैसे..??
देश में 6 महीने के दौरान सब कुछ थम सा गया था कोरोना का संक्रमण जोरों पर था । और कोरोना गाइडलाइन के तहत सभी कामकाज बंद हो चुके थे। लेकिन इस अवधि के दौरान भी बैंकों द्वारा लोन मोराटोरियम की प्रोसेस जारी रही और इस दौरान घर पर बैठे लोगों से ब्याज की राशि का भुगतान सतत चलता रहा। लोगों द्वारा आपदा काल में भी दिए गए क़िस्त ब्याज राशि को लेकर अब एक राहत भरी खबर सामने आई है। जिसके तहत ब्याज देने वाले खाताधारकों को उनका पैसा उनके खाते में दोबारा डाला जाएगा । यानी लोन के ऊपर लगा कंपाउंड ब्याज अब सीधे खाता धारको को वापस किया जाएगा।
आगे पढ़ें :- *कूड़े की बिजली से जगमगाएगी दिल्ली* *प्रदूषण मुक्त - साफसुथरी होगी दिल्ली...*
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जारी किया आदेश (RBI)
लोन चुकाने वाले खाता धारको को लेकर आरबीआई ने एक अनूठी राहत पहुंचाई है। जिसके तहत कोरोना आपदा काल के दौरान 6 महीने की लोन मोराटोरियम अवधि के दौरान बैंकों की ओर से जो ब्याज पर ब्याज वसूला गया था। उसे अब बैंकों को पुनः खाताधारकों को लौटाना होगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बाकायदा इसका एक नोटिस भी सभी बैंकों के लिए जारी किया है। जिसके तहत वसूला गया कंपाउंड ब्याज बैंक के माध्यम से पुनः खाताधारकों के खाते में 5 नवंबर तक आहरित कर दिया जाएगा।
इस आदेश के तहत भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी लोन देने वाली एजेंसियों जिसमें गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां शामिल हैं। उन पर 1 मार्च से शुरू होने वाली 6 महीने की मोहलत के दौरान दो करोड़ रुपए तक के लोन पर ब्याज के ऊपर लगने वाले ब्याज को लौटाने का आदेश दिया है।
आइए जानते हैं क्या है लोन मोराटोरियम
कोरोना संक्रमण काल के दौरान देशभर में लगे लॉकडाउन के माहौल पर थप्प हुए कामकाज को देखते हुए। रिजर्व बैंक ने लोन मोराटोरियम की सहूलियत दी थी। सरल शब्दों में समझें तो प्रतिमाह दिए जाने वाली किस्त की राशि के भुगतान की अनिवार्यता का ना होना। यह सुविधा मार्च से अगस्त माह तक के बीच 6 माह के लिए दी गई थी।
इस दौरान जिन लोगों ने 3 महीने या 6 महीने का मोराटोरियम लिया था । उन्हें इन अवधि के लिए आगे ब्याज पर ब्याज भरने को कहा गया जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई थी याचिका में कहा गया था कि अगर ब्याज पर ब्याज लेना है। तो फिर सुविधाएं देने का क्या फायदा। यह आपदा काल के दौरान लोन धारकों पर दोहरी मार है। कोर्ट में सुनवाई के बाद सरकार ने ब्याज पर ब्याज माफी का ऐलान किया
दिवाली से पहले ही खाते में लौटेगी कंपाउंड ब्याज की राशि
आपको बता दें की कोरोना का हाल के दौरान 1 मार्च से आगामी 6 महीने तक मोरटोरियम लोन की अवधि लागू थी। इस दौरान यदि आपका कोई होम लोन, एजुकेशन लोन या फिर कोई पर्सनल लोन हो । जिसका की अमाउंट दो करोड़ या उससे कम है। और कोरोना संकटकाल के दौरान आपने भुगतान किया है । तो फिर यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। क्योंकि दिवाली से पहले ही 5 नवंबर तक आपके लोन में वसूले गए ब्याज पर ब्याज की राशि को सरकार आपके खाते में दोबारा लौटाने जा रही है।
जानिए किसे मिलेगा कितना ब्याज
आरबीआई के ऐलान के बाद से ही लोगों के मन में यह अटकलें लगना शुरू हो गई कि आखिरकार किसे और कितने ब्याज की राशि वापस मिलेगी। जनता के जहन में उठ रहा है इन सभी सवालों के जवाब को हम बेहद आसान तरीकों से समझाने जा रहे हैं।
आरबीआई के कैलकुलेशन की बात करें तो बीते 6 महीनों 9 मार्च से लेकर अगस्त के दौरान लोन करता द्वारा चुकाए गए चक्रवर्ती ब्याज और सामान्य ब्याज के बीच का जो भी अंतर होगा वह बैंक आपको आपके खाते में वापस करेगी।
*Vivah Muharat 2020* *देवउठनी ग्यारस से गूंजेगी शहनाई..* *जानिए कौन कौन से है वे खास मुहूर्त*
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
If you want to give any suggestion related to this blog, then you must send your suggestion.