जानिए क्या हुआ..??
जब 8th की ऑनलाइन क्लास में
चलने लगी पोर्न फिल्म...
कोरोना वायरस के आते ही मानो सब थम सा गया। जो जहां था वहीं रुक गया। कामकाज हो या अन्य गतिविधियां सभी पर कोरोना संक्रमण ने गहरा प्रभाव डाला। हर किसी को सलाह दी गयी कि वे "वर्क फ्रॉम होम" को अपनाए। और इसी के साथ शिक्षण संस्थानों ने भी ऑनलाइन क्लासेस की शुरुवात कर दी। मॉडर्न टेक्नोलॉजी का बेहतर इस्तेमाल करते हुए बच्चे अपने घर पर ही क्लासेस लेने लगे। हालांकि अविभावक इसके दुष्परिणाम जानते थे , लेकिन बच्चों का पढ़ना भी तो जरूरी है। लेकिन एक दिन कुछ ऐसा हुआ कि अविभावकों के पैरों तले जमीन खसक गयी। और यह होना स्वाभाविक भी था क्योंकि अपने छोटे से बच्चे को पढ़ाई के दौरान आप पोर्न मूवी देखते हुए देखेंगे तो क्या करेंगे....????
जरूर पढ़ें :/ कोरोना वैक्सीन को लेकर आई....खुशखबरी... केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी......
कहाँ का है मामला..क्या है कहानी..??
आठवी कक्षा की ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान बच्चों के ग्रुप में पोर्न मूवी (अश्लील फ़िल्म) दिखने का ये पूरा मामला मध्यप्रदेश के ग्वालियर का है। जहां श्योपुर जिले में संचालित एक प्रतिष्ठित प्राइवेट स्कूल सेंट पायस की कक्षा 8वी की ऑनलाइन क्लास में पोर्न फिल्म चलाई गई। यह क्लास व्हाट्सएप पर एक महिला टीचर द्वारा संचालित की जा रही थी। बहरहाल मामला पुलिस थाना कोतवाली तक तो पहुंच गया लेकिन हाई प्रोफाइल होने के कारण दर्ज नहीं किया गया है।फिलहाल जिम्मेदार इस पूरे मामले में जांच का हवाला देकर मामले को ठंडा करने में जुटे है।
18 साल बाद आया ये संयोग..आपको कर सकता है मालामाल.. पढें पूरी ख़बर
कब की है घटना..? किसने की हरकत..??
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पूरी घटना 12 सितंबर 2020 दिन शनिवार की बताई जा रही है। घटना क्रम को विस्तार से समझें तो रोजाना की तरह स्कूल में एक महिला टीचर कक्षा आठवीं की ऑनलाइन क्लास ले रही थी।जिसका सीधा प्रसारण व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये घर मे बैठे बच्चों तक पहुंच रहा था। तभी
अचानक कुछ यूं हुआ कि बच्चों के मोबाइल में अश्लील वीडियो (पोर्न मूवी)चलने लगे। जैसे ही इसकी भनक पेरेंट्स को लगी उन्होंने तत्काल बच्चों से मोबाइल बैंड करने को कहा।साथ ही उन्होंने स्कूल मैनेजमेंट को भी काफी खरी-खोटी सुनाई।
ख़बर जरूरी है....जाने कैसे...??जायजाद के चलते भतीजों ने की चाचा की नृसंश हत्या....
क्या कहता है स्कूल प्रबंधन..??
इस पूरे मामले को लेकर स्कूल प्रबंधन का कहना है, कि उक्त ऑनलाइन पढ़ाई में किसी असमाजिक तत्व जो स्कूल प्रबंधन से कोई संबंध नहीं रखता है, ने यह अश्लील मैसेज और वीडियो डाले हैं। रविवार को एनएसयूआई(NSUI) ने इस संबंध में पहले तो सेंटपायस स्कूल पहुंचकर प्रिंसीपल से चर्चा की। प्रिंसीपल ने घटना को असामाजिक तत्वों द्वारा किया जाना बताकर तत्काल ऑनलाइन क्लासों को बंद करने की बात कहते हुए कहा, कि ऐसी घटना दोबारा न दोहराई जाए। इसके इंतजाम किए जाएंगे।
यह भी पढ़ें :- इस क्या हुआ जो...?? NSUI कार्यकर्ताओं पे पुलिस ने बरसाए डंडे...
क्यों है मामला...हाई-प्रोफाइल..??
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एक अहम बात जो हमारे पाठकों को जानना बेहद जरूरी है।वह यह है कि। जिले के इस स्कूल का नाता शहर के कई बड़े हाई प्रोफाइल लोगों से है।
इस स्कूल में हाईक्लास सोसायटी के बच्चे पढ़ते हैं। श्योपुर में जितने भी कलेक्टर, एसपी और वरिष्ठ अधिकारी बच्चों को लेकर नौकरी करने आए, सभी ने अपने बच्चों का एडमिशन इस स्कूल में कराया। धनाढ्य वर्ग के अधिकतर बच्चे इसी स्कूल में पढ़ते हैं। जिले का एक मात्र आरटीई (RTE)दायरे बाहर होने की वजह से इस स्कूल में एक भी गरीब वर्ग का बच्चा नहीं पढ़ता है। भले ही इस पूरे प्रकरण को लेकर स्कूल प्रबंधन का कोई लेना देना नहीं है। लेकिन अब जब बात स्कूल की प्रतिष्ठा की है तो दबाब बनना लाजमी भी है।
हैवान पति...ने हथौड़ी से फाड़ दिया पत्नी का सर... जानिए क्या है कहानी....
जानिए क्या कहती है... पुलिस...???
इस पूरे मामले को लेकर कोतवाली, श्योपुर, से थाना प्रभारी रमेश दांडे,का बयान सामने आया है जिसमें कहा गया है कि एनएसयूआइ (NSUI) की ओर से शिकायत मिली है। मामला बहुत संवेदनशील है। स्कूल के किस वाट्सएप ग्रुप पर किस नंबर से ऐसी वीडियो डाली गई है उसकी जांच की जा रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर ही अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
विकास की कलम की अपील
वर्तमान का युग टेक्नोलॉजी का युग है। जहां डिजिटल गेजेट्स के जरिये हर काम बेहद आसान हो गए है। और इन कामों को करने में भौतिक उपस्थिति (Physical appearances) की भी जरूरत नहीं होती। आप कोसों दूर बैठे व्यकित को निर्देश दे सकते है। साथ ही अपनी गैरमौजूदगी में उनसे काम भी करवा सकते है। एक ओर
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बहुत हद तक लाभकारी सिद्ध हुआ है। लेकिन इसके कई घातक परिणाम भी सामने आए है। इसलियेहम अपील करते है कि आप टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल तो जरूर करें लेकिन उससे होने वाले दुष्प्रभाव से भी बचकर रहें।
मानव बलि की दास्तान....पत्नी की गर्दन काटकर...देवताओं को चढ़ाई..... पढ़िए पूरी ख़बर
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
जब 8th की ऑनलाइन क्लास में
चलने लगी पोर्न फिल्म...
कोरोना वायरस के आते ही मानो सब थम सा गया। जो जहां था वहीं रुक गया। कामकाज हो या अन्य गतिविधियां सभी पर कोरोना संक्रमण ने गहरा प्रभाव डाला। हर किसी को सलाह दी गयी कि वे "वर्क फ्रॉम होम" को अपनाए। और इसी के साथ शिक्षण संस्थानों ने भी ऑनलाइन क्लासेस की शुरुवात कर दी। मॉडर्न टेक्नोलॉजी का बेहतर इस्तेमाल करते हुए बच्चे अपने घर पर ही क्लासेस लेने लगे। हालांकि अविभावक इसके दुष्परिणाम जानते थे , लेकिन बच्चों का पढ़ना भी तो जरूरी है। लेकिन एक दिन कुछ ऐसा हुआ कि अविभावकों के पैरों तले जमीन खसक गयी। और यह होना स्वाभाविक भी था क्योंकि अपने छोटे से बच्चे को पढ़ाई के दौरान आप पोर्न मूवी देखते हुए देखेंगे तो क्या करेंगे....????
जरूर पढ़ें :/ कोरोना वैक्सीन को लेकर आई....खुशखबरी... केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी......
कहाँ का है मामला..क्या है कहानी..??
आठवी कक्षा की ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान बच्चों के ग्रुप में पोर्न मूवी (अश्लील फ़िल्म) दिखने का ये पूरा मामला मध्यप्रदेश के ग्वालियर का है। जहां श्योपुर जिले में संचालित एक प्रतिष्ठित प्राइवेट स्कूल सेंट पायस की कक्षा 8वी की ऑनलाइन क्लास में पोर्न फिल्म चलाई गई। यह क्लास व्हाट्सएप पर एक महिला टीचर द्वारा संचालित की जा रही थी। बहरहाल मामला पुलिस थाना कोतवाली तक तो पहुंच गया लेकिन हाई प्रोफाइल होने के कारण दर्ज नहीं किया गया है।फिलहाल जिम्मेदार इस पूरे मामले में जांच का हवाला देकर मामले को ठंडा करने में जुटे है।
18 साल बाद आया ये संयोग..आपको कर सकता है मालामाल.. पढें पूरी ख़बर
कब की है घटना..? किसने की हरकत..??
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पूरी घटना 12 सितंबर 2020 दिन शनिवार की बताई जा रही है। घटना क्रम को विस्तार से समझें तो रोजाना की तरह स्कूल में एक महिला टीचर कक्षा आठवीं की ऑनलाइन क्लास ले रही थी।जिसका सीधा प्रसारण व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये घर मे बैठे बच्चों तक पहुंच रहा था। तभी
अचानक कुछ यूं हुआ कि बच्चों के मोबाइल में अश्लील वीडियो (पोर्न मूवी)चलने लगे। जैसे ही इसकी भनक पेरेंट्स को लगी उन्होंने तत्काल बच्चों से मोबाइल बैंड करने को कहा।साथ ही उन्होंने स्कूल मैनेजमेंट को भी काफी खरी-खोटी सुनाई।
ख़बर जरूरी है....जाने कैसे...??जायजाद के चलते भतीजों ने की चाचा की नृसंश हत्या....
क्या कहता है स्कूल प्रबंधन..??
इस पूरे मामले को लेकर स्कूल प्रबंधन का कहना है, कि उक्त ऑनलाइन पढ़ाई में किसी असमाजिक तत्व जो स्कूल प्रबंधन से कोई संबंध नहीं रखता है, ने यह अश्लील मैसेज और वीडियो डाले हैं। रविवार को एनएसयूआई(NSUI) ने इस संबंध में पहले तो सेंटपायस स्कूल पहुंचकर प्रिंसीपल से चर्चा की। प्रिंसीपल ने घटना को असामाजिक तत्वों द्वारा किया जाना बताकर तत्काल ऑनलाइन क्लासों को बंद करने की बात कहते हुए कहा, कि ऐसी घटना दोबारा न दोहराई जाए। इसके इंतजाम किए जाएंगे।
यह भी पढ़ें :- इस क्या हुआ जो...?? NSUI कार्यकर्ताओं पे पुलिस ने बरसाए डंडे...
क्यों है मामला...हाई-प्रोफाइल..??
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एक अहम बात जो हमारे पाठकों को जानना बेहद जरूरी है।वह यह है कि। जिले के इस स्कूल का नाता शहर के कई बड़े हाई प्रोफाइल लोगों से है।
इस स्कूल में हाईक्लास सोसायटी के बच्चे पढ़ते हैं। श्योपुर में जितने भी कलेक्टर, एसपी और वरिष्ठ अधिकारी बच्चों को लेकर नौकरी करने आए, सभी ने अपने बच्चों का एडमिशन इस स्कूल में कराया। धनाढ्य वर्ग के अधिकतर बच्चे इसी स्कूल में पढ़ते हैं। जिले का एक मात्र आरटीई (RTE)दायरे बाहर होने की वजह से इस स्कूल में एक भी गरीब वर्ग का बच्चा नहीं पढ़ता है। भले ही इस पूरे प्रकरण को लेकर स्कूल प्रबंधन का कोई लेना देना नहीं है। लेकिन अब जब बात स्कूल की प्रतिष्ठा की है तो दबाब बनना लाजमी भी है।
हैवान पति...ने हथौड़ी से फाड़ दिया पत्नी का सर... जानिए क्या है कहानी....
जानिए क्या कहती है... पुलिस...???
इस पूरे मामले को लेकर कोतवाली, श्योपुर, से थाना प्रभारी रमेश दांडे,का बयान सामने आया है जिसमें कहा गया है कि एनएसयूआइ (NSUI) की ओर से शिकायत मिली है। मामला बहुत संवेदनशील है। स्कूल के किस वाट्सएप ग्रुप पर किस नंबर से ऐसी वीडियो डाली गई है उसकी जांच की जा रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर ही अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
विकास की कलम की अपील
वर्तमान का युग टेक्नोलॉजी का युग है। जहां डिजिटल गेजेट्स के जरिये हर काम बेहद आसान हो गए है। और इन कामों को करने में भौतिक उपस्थिति (Physical appearances) की भी जरूरत नहीं होती। आप कोसों दूर बैठे व्यकित को निर्देश दे सकते है। साथ ही अपनी गैरमौजूदगी में उनसे काम भी करवा सकते है। एक ओर
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बहुत हद तक लाभकारी सिद्ध हुआ है। लेकिन इसके कई घातक परिणाम भी सामने आए है। इसलियेहम अपील करते है कि आप टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल तो जरूर करें लेकिन उससे होने वाले दुष्प्रभाव से भी बचकर रहें।
मानव बलि की दास्तान....पत्नी की गर्दन काटकर...देवताओं को चढ़ाई..... पढ़िए पूरी ख़बर
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार