स्व-निधि योजना से..
कैसे लौटा स्वाभिमान...
स्ट्रीट वेंडर्स बताएंगे..
आत्मनिर्भरता की दास्तान...
रेहड़ी-पटरी, ठेले या सड़क किनारे दुकान चलाने वालों के लिए सरकार ने एक लोन स्कीम शुरू की है। इसका नाम पीएम स्वनिधि योजना है। लॉकडाउन के कारण ऐसे दुकानदारों को सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ा है। इनकी आजीविका पर सबसे ज्यादा मार पड़ी है। इस स्कीम का मकसद रेहड़ी-पटरी और छोटी दुकान चलाने वालों को सस्ता कर्ज देना है। इस स्कीम को पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि के नाम से भी जानते हैं।
पीएम से साझा करेंगे आत्मनिर्भरता की दास्तां
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी आगामी नौ सितंबर को वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से स्ट्रीट वेंडर्स से स्व-निधि येाजना पर संवाद करने वाले हैं। इस दौरान मध्य प्रदेश् के स्ट्रीट वेंडर्स अपनी आत्मनिर्भरता की दास्तां प्रधानमंत्री मोदी से साझा करेंगे। की कैसे उन्होंने इस कल्याणकारी योजना के जरिये आपदा काल से जूझते हुए अपने मान- सम्मान के साथ आत्मनिर्भरता की ओर अपना कदम बढ़ाया।
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश में कोविड-19 की मुश्किल घड़ी में प्रधानमंत्री स्व-निधि योजना में एक लाख 15 हजार छोटे-छोटे व्यापारियों को व्यवसाय उन्नयन के लिए ऋण दिया गया। इन्हें कुल 115 करोड़ रूपए की राशि मंजूर की गई।
इस योजना के तहत सिर्फ तीन हफ्ते में 8 लाख 78 हजार पंजीयन किए गए। मध्यप्रदेश देश में योजना के क्रियान्वयन में अव्वल है।
मध्यप्रदेश के पीएम स्वनिधि योजना के हितग्राही, कोरोना काल में कैसे हताशा से बचकर फिर से सफल व्यवसायी के रूप में घर-गृहस्थी चलाने में सक्षम हुए, इसकी दास्तां प्रधानमंत्री मोदी को सुनाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी स्ट्रीट वेंडर्स का कार्य स्थल भी देखेंगे।
उल्लेखनीय है कि एक जून से शुरू हुए पीएम स्वनिधि योजना में मध्यप्रदेश में चार लाख पथ विक्रेताओं को परिचय पत्र और वेंडर प्रमाण पत्र भी जारी किए गए हैं। कुल दो लाख 40 हजार पात्र हितग्राहियों के आवेदन पोर्टल पर बैंकों के समक्ष प्रस्तुत किए जा चुके हैं। अब तक एक लाख 15 हजार हितग्राहियों को मंजूरी मिल चुकी है।
कैसे करें आवेदन?
सबसे पहले आवेदक को स्कीम की आधिकारिक वेबसाइट http://pmsvanidhi.mohua.gov.in/ पर जाना होगा. इसके बाद आपके सामने कंप्यूटर स्क्रीन पर होम पेज खुल जाएगा।
इस होम पेज पर 'प्लानिंग टू अप्लाई फॉर लोन?' दिखाई देगा. इसमें 3 स्टेप को ध्यान से पढ़ कर 'व्यू मोर' पर क्लिक करें. ऐसा करने पर आपको तमाम नियम और शर्तें डिटेल में दिखाई देंगी.
इस पेज पर आपको 'व्यू/डाउनलोड फॉर्म' पर क्लिक करना है. यह पहले पॉइंट के नीचे नीले रंग से हाईलाइट होता है. इसके बाद आपके सामने स्वनिधि स्कीम का फॉर्म खुल जाएगा. यह फाइल पीडीएफ फॉर्मेट में होगी।
एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करने के बाद आपको इस फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी भरनी है. सभी जानकारी भरने के बाद आपको एप्लीकेशन के साथ अपने सभी जरूरी दस्तावेजों को अटैच करना होगा. इसके बाद एप्लीकेशन फॉर्म को अधिकृत संस्थानों में जाकर जमा करना होगा।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
कैसे लौटा स्वाभिमान...
स्ट्रीट वेंडर्स बताएंगे..
आत्मनिर्भरता की दास्तान...
रेहड़ी-पटरी, ठेले या सड़क किनारे दुकान चलाने वालों के लिए सरकार ने एक लोन स्कीम शुरू की है। इसका नाम पीएम स्वनिधि योजना है। लॉकडाउन के कारण ऐसे दुकानदारों को सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ा है। इनकी आजीविका पर सबसे ज्यादा मार पड़ी है। इस स्कीम का मकसद रेहड़ी-पटरी और छोटी दुकान चलाने वालों को सस्ता कर्ज देना है। इस स्कीम को पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि के नाम से भी जानते हैं।
पीएम से साझा करेंगे आत्मनिर्भरता की दास्तां
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी आगामी नौ सितंबर को वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से स्ट्रीट वेंडर्स से स्व-निधि येाजना पर संवाद करने वाले हैं। इस दौरान मध्य प्रदेश् के स्ट्रीट वेंडर्स अपनी आत्मनिर्भरता की दास्तां प्रधानमंत्री मोदी से साझा करेंगे। की कैसे उन्होंने इस कल्याणकारी योजना के जरिये आपदा काल से जूझते हुए अपने मान- सम्मान के साथ आत्मनिर्भरता की ओर अपना कदम बढ़ाया।
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश में कोविड-19 की मुश्किल घड़ी में प्रधानमंत्री स्व-निधि योजना में एक लाख 15 हजार छोटे-छोटे व्यापारियों को व्यवसाय उन्नयन के लिए ऋण दिया गया। इन्हें कुल 115 करोड़ रूपए की राशि मंजूर की गई।
इस योजना के तहत सिर्फ तीन हफ्ते में 8 लाख 78 हजार पंजीयन किए गए। मध्यप्रदेश देश में योजना के क्रियान्वयन में अव्वल है।
मध्यप्रदेश के पीएम स्वनिधि योजना के हितग्राही, कोरोना काल में कैसे हताशा से बचकर फिर से सफल व्यवसायी के रूप में घर-गृहस्थी चलाने में सक्षम हुए, इसकी दास्तां प्रधानमंत्री मोदी को सुनाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी स्ट्रीट वेंडर्स का कार्य स्थल भी देखेंगे।
उल्लेखनीय है कि एक जून से शुरू हुए पीएम स्वनिधि योजना में मध्यप्रदेश में चार लाख पथ विक्रेताओं को परिचय पत्र और वेंडर प्रमाण पत्र भी जारी किए गए हैं। कुल दो लाख 40 हजार पात्र हितग्राहियों के आवेदन पोर्टल पर बैंकों के समक्ष प्रस्तुत किए जा चुके हैं। अब तक एक लाख 15 हजार हितग्राहियों को मंजूरी मिल चुकी है।
कैसे करें आवेदन?
सबसे पहले आवेदक को स्कीम की आधिकारिक वेबसाइट http://pmsvanidhi.mohua.gov.in/ पर जाना होगा. इसके बाद आपके सामने कंप्यूटर स्क्रीन पर होम पेज खुल जाएगा।
इस होम पेज पर 'प्लानिंग टू अप्लाई फॉर लोन?' दिखाई देगा. इसमें 3 स्टेप को ध्यान से पढ़ कर 'व्यू मोर' पर क्लिक करें. ऐसा करने पर आपको तमाम नियम और शर्तें डिटेल में दिखाई देंगी.
इस पेज पर आपको 'व्यू/डाउनलोड फॉर्म' पर क्लिक करना है. यह पहले पॉइंट के नीचे नीले रंग से हाईलाइट होता है. इसके बाद आपके सामने स्वनिधि स्कीम का फॉर्म खुल जाएगा. यह फाइल पीडीएफ फॉर्मेट में होगी।
एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करने के बाद आपको इस फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी भरनी है. सभी जानकारी भरने के बाद आपको एप्लीकेशन के साथ अपने सभी जरूरी दस्तावेजों को अटैच करना होगा. इसके बाद एप्लीकेशन फॉर्म को अधिकृत संस्थानों में जाकर जमा करना होगा।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
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