एक बच्चे की मां...निकली पुरुष
मौत के बाद PM रिपोर्ट से खुलासा
पढ़िए..अजब एमपी की गजब कहानी..
वो करवा चौथ का व्रत भी रखती थी, और माथे में पति की पहचान का सिंदूर भी लगाती थी। वो पड़ोस की महिलाओं के साथ गपशप और चुगलीबाजी में भी अव्वल थी। गोद मे बच्चा लिए घूमने वाली वह ओरत पूरे मोहल्ले की शान थी। फिर अचानक वो हुआ जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। दरअसल पूरा क्षेत्र जिसे ओरत (महिला)समझता था वो पुरुष निकली....
कहाँ का है यह अजब-गजब मामला..
मामला मध्यप्रदेश के सीहोर जिले का है।जहां एक पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बेहद सनसनी खेज खुलासा किया है।दरअसल शुजालपुर निवासी विक्रम सिंह अपनी पत्नी देवकुंवर और एक बच्चे के साथ रहता था। दाम्पत्य जीवन के कामयाब 8 वर्षो के बाद बीते माह अगस्त के महीने में एक हादसा हुआ। इस हादसे में एक बच्चे की मां देवकुंवर और उसके पति विक्रम सिंह मेवाड़ा गंभीर जली हुई अवस्था में अस्पताल में भर्ती किया गया।
18 साल बाद आया ये संयोग..आपको कर सकता है मालामाल.. पढें पूरी ख़बर
प्रारंभिक जानकारी में पता चला कि पति और पत्नी के बीच विवाद के कारण महिला ने आत्मदाह किया और उसे बचाने की कोशिश में उसका पति भी झुलस गया। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। लेकिन कहानी यहां खत्म नही हुई बल्कि असली कहानी की शुरुआत तो यहीं से शुरू हुई है।
PM रिपोर्ट ने फैलाई सनसनी...
मृतक दंपति के शव को घटना के बाद पंचनामा कार्यवाही करते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। और जब रिपोर्ट आई तो हर जानकार के पैरों तले जमीन खसक गयी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने बताया कि हादसे में मरने वाली एक बच्चे की मां देवकुंवर महिला नहीं बल्कि पुरुष था। सबसे ज्यादा आश्चर्यचकित मोहल्ले की महिलाएं हैं। पिछले 8 साल से देवकुंवर उनके साथ थी। उसकी गोद में एक बच्चा भी था। उसने अपने पति के लिए करवा चौथ का व्रत किया। संतान की लंबी आयु के लिए व्रत त्यौहार किए। वह महिलाओं के साथ बैठती थी। सुख दुख की बातें करती थी। कोई कभी समझ ही नहीं पाया कि साड़ी के अंदर एक महिला नहीं बल्कि पुरुष था।
2012 में शादी के बंधन में बंधे-समलैंगिक दंपति
मामले के खुलासे के बाद पता चला कि विक्रम सिंह मेवाड़ा जो कि शुजालपुर के रहने वाला था। उसे कालापीपल भेसवा निवासी एक युवक से प्यार हो गया। इस समलैंगिक जोड़ी का प्यार जब परवान चढ़ा तो 2012 में दोनों ने साथ रहने का फैसला किया। पुरुष युवक के परिवार ने भी सहमति दी, जबकि महिला युवक का परिवार नहीं था। प्रेम विवाह के बाद दोनों सीहोर में रहने लगे। दो साल बाद परिवार वालों ने बच्चे के लिए दबाव बनाया, तो उन्होंने अपने भाई का बेटा गोद ले लिया।
पारिवारिक नोकझोंक में समलैंगिक दंपति ने किया आत्मदाह
जानकारों की मानें तो 11 अगस्त 2020 की रात को पति-पत्नी में झगड़ा हुआ था। झगड़े के बाद पत्नी ने खुद को आग लगा ली और उसे बचाने के प्रयास में पति भी जल गया। दोनों को उपचार के लिए भोपाल भर्ती कराया गया, जहां 12 अगस्त को पत्नी और 16 अगस्त को पति की मौत इलाज के दौरान हो गई।
खुलासे के बाद खुद पुलिस है हैरान..
दोनों की मौत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट जब पुलिस के सामने आई तो सब दंग रह गए। पत्नी के रूप में रह रही महिला नहीं बल्कि पुरुष था। दोनों युवक पति-पत्नी की तरह साथ रहते थे। मामले में एएसपी समीर यादव ने बताया कि अगस्त महीने में एक घटना हुई थी, जिसमें देवकुंवर नाम की महिला जल गई थी, जिसको बचाने के प्रयास में उसका पति विक्रम सिंह मेवाड़ा भी जल गया था। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मौत के बाद दोनों की पीएम रिपोर्ट आई है। डॉक्टरों के मुताबिक उसमें जो महिला पत्नी बनकर रह रही थी, वो पुरुष ही था और 8 साल से यह लोग वैवाहिक जीवन जी रहे थे।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
मौत के बाद PM रिपोर्ट से खुलासा
पढ़िए..अजब एमपी की गजब कहानी..
वो करवा चौथ का व्रत भी रखती थी, और माथे में पति की पहचान का सिंदूर भी लगाती थी। वो पड़ोस की महिलाओं के साथ गपशप और चुगलीबाजी में भी अव्वल थी। गोद मे बच्चा लिए घूमने वाली वह ओरत पूरे मोहल्ले की शान थी। फिर अचानक वो हुआ जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। दरअसल पूरा क्षेत्र जिसे ओरत (महिला)समझता था वो पुरुष निकली....
कहाँ का है यह अजब-गजब मामला..
मामला मध्यप्रदेश के सीहोर जिले का है।जहां एक पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बेहद सनसनी खेज खुलासा किया है।दरअसल शुजालपुर निवासी विक्रम सिंह अपनी पत्नी देवकुंवर और एक बच्चे के साथ रहता था। दाम्पत्य जीवन के कामयाब 8 वर्षो के बाद बीते माह अगस्त के महीने में एक हादसा हुआ। इस हादसे में एक बच्चे की मां देवकुंवर और उसके पति विक्रम सिंह मेवाड़ा गंभीर जली हुई अवस्था में अस्पताल में भर्ती किया गया।
18 साल बाद आया ये संयोग..आपको कर सकता है मालामाल.. पढें पूरी ख़बर
प्रारंभिक जानकारी में पता चला कि पति और पत्नी के बीच विवाद के कारण महिला ने आत्मदाह किया और उसे बचाने की कोशिश में उसका पति भी झुलस गया। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। लेकिन कहानी यहां खत्म नही हुई बल्कि असली कहानी की शुरुआत तो यहीं से शुरू हुई है।
PM रिपोर्ट ने फैलाई सनसनी...
मृतक दंपति के शव को घटना के बाद पंचनामा कार्यवाही करते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। और जब रिपोर्ट आई तो हर जानकार के पैरों तले जमीन खसक गयी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने बताया कि हादसे में मरने वाली एक बच्चे की मां देवकुंवर महिला नहीं बल्कि पुरुष था। सबसे ज्यादा आश्चर्यचकित मोहल्ले की महिलाएं हैं। पिछले 8 साल से देवकुंवर उनके साथ थी। उसकी गोद में एक बच्चा भी था। उसने अपने पति के लिए करवा चौथ का व्रत किया। संतान की लंबी आयु के लिए व्रत त्यौहार किए। वह महिलाओं के साथ बैठती थी। सुख दुख की बातें करती थी। कोई कभी समझ ही नहीं पाया कि साड़ी के अंदर एक महिला नहीं बल्कि पुरुष था।
2012 में शादी के बंधन में बंधे-समलैंगिक दंपति
मामले के खुलासे के बाद पता चला कि विक्रम सिंह मेवाड़ा जो कि शुजालपुर के रहने वाला था। उसे कालापीपल भेसवा निवासी एक युवक से प्यार हो गया। इस समलैंगिक जोड़ी का प्यार जब परवान चढ़ा तो 2012 में दोनों ने साथ रहने का फैसला किया। पुरुष युवक के परिवार ने भी सहमति दी, जबकि महिला युवक का परिवार नहीं था। प्रेम विवाह के बाद दोनों सीहोर में रहने लगे। दो साल बाद परिवार वालों ने बच्चे के लिए दबाव बनाया, तो उन्होंने अपने भाई का बेटा गोद ले लिया।
पारिवारिक नोकझोंक में समलैंगिक दंपति ने किया आत्मदाह
जानकारों की मानें तो 11 अगस्त 2020 की रात को पति-पत्नी में झगड़ा हुआ था। झगड़े के बाद पत्नी ने खुद को आग लगा ली और उसे बचाने के प्रयास में पति भी जल गया। दोनों को उपचार के लिए भोपाल भर्ती कराया गया, जहां 12 अगस्त को पत्नी और 16 अगस्त को पति की मौत इलाज के दौरान हो गई।
खुलासे के बाद खुद पुलिस है हैरान..
दोनों की मौत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट जब पुलिस के सामने आई तो सब दंग रह गए। पत्नी के रूप में रह रही महिला नहीं बल्कि पुरुष था। दोनों युवक पति-पत्नी की तरह साथ रहते थे। मामले में एएसपी समीर यादव ने बताया कि अगस्त महीने में एक घटना हुई थी, जिसमें देवकुंवर नाम की महिला जल गई थी, जिसको बचाने के प्रयास में उसका पति विक्रम सिंह मेवाड़ा भी जल गया था। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मौत के बाद दोनों की पीएम रिपोर्ट आई है। डॉक्टरों के मुताबिक उसमें जो महिला पत्नी बनकर रह रही थी, वो पुरुष ही था और 8 साल से यह लोग वैवाहिक जीवन जी रहे थे।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
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