बच्ची का अपहरण , फिर हत्या.....
गुनहगार कौन..???
सिस्टम,समाज या सियासतदार..
क्या लिखूं...???
कैसे लिखूं..??
पर लिखना तो पड़ेगा ही...इंसानियत के खेमे में अब हैवानियत का बसेरा हो चुका है। जहां न तो ऊपरवाले का ख़ौफ़ बाकी रहा और न ही पुलिस प्रशासन का। मध्यप्रदेश में बच्चियों के अपहरण और दुराचार के मामले आम हो चले है। और लचर व्यवस्था के चलते आरोपियों का उत्साह भी आसमान छूने लगा है।
यही कारण है कि
सुख हो या दुख..ये हैवान कोई मौका नहीं छोड़ते। इन्हें तो बस अपनी हवस की भूंख मिटानी है। फिर भले ही उम्र कुछ भी हो।
ताजा मामला मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के शहपुरा थाने से है। जहां एक घर के अंदर माँ-बाप के बीच सो रही 2 वर्ष की बच्ची अपहृत कर ली जाती है।और फिर उसका शव गाँव से बाहर झाड़ियों में अर्धनग्न अवस्था मे मिलता है।
क्या है पूरा मामला..???
शहपुरा थाना क्षेत्र के गाँव बिलपीठार में रहने वाला रूपलाल चौधरी अपनी पत्नी और 2 साल की बच्ची हिमांशी के साथ सो रहा था । तभी माता-पिता के पास सो रही दो साल की बालिका का तड़की सुबह 3 बजे के बीच अपहरण कर लिया जाता है। सुबह नींद खुलने पर बच्ची को न पाकर स्वाभाविक तौर पर घर के आसपास खोज की जाती है। काफी देर तक बच्ची के न मिलने पर परिजन काफी व्यथित होते है। और मामले की सूचना थाने में दी जाती है।
खेत मे क्षत-विक्षत मिला बच्ची का शव
अपहरण के एक दिन बाद शुक्रवार शाम लगभग साढ़े छह बजे गांव की कुछ महिलाएं लकड़ी बीनने गईं तो उनकी नजर खेत मे अर्धनग्न अवस्था मे पड़ी बच्ची पर जाती है। जिसकी सूचना तत्काल ही गाँव के कुछ लोगों द्वारा पुलिस को दी गयी।सूचना पर पुलिस, बालिका के स्वजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। बेटी का शव देखकर मां बेहोश हो गई। पुलिस ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की आशंका भी जताई है।
एक दिन पूर्व अपहृत बालिका का शव उसके गांव से लगभग दो किमी दूर एक खेत में मिलना। अपने पीछे कई अनसुलझे सवाल छोड़ गया। बहरहाल पुलिस मामले से जुड़े हर पहलुओं का बारीकी से परीक्षण कर रही है।
बच्ची के चहरे और शरीर पर घाव के निशान...
खेत पर संदिग्ध अवस्था मे मिले 2 वर्षीय हिमांशी के शव पर चोट के भी निशान होने पयाये गए। बच्ची के चहरे ,आंख और शरीर पर घाव के निशान थे। आशंका जताई जा रही है कि बच्ची की हत्या गला दबाकर की गई होगी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची के शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। बच्ची के साथ क्या हुआ या फिर किन परिस्थितियों में उसकी मौत हुई इन सभी सवालों का जबाब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मिल सकेगा।
पुलिस कप्तान सहित पूरी टीम पहुंची मौके पर
क्षेत्रीय विधायक ने की टीआई और एसडीओपी को हटाने की मांग..
विधायक संजय यादव ने शिवराज सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मामा के राज में अब भांजियाँ सुरक्षित नहीं है....
विकास की कलम की अपील...
आए दिन हो रही घटनाओं से एक बात तो साफ है , कि अपनी बगिया का रखबार हमें खुद बनना होगा। क्योंकि आपकी बगिया की रखवाली करने ना तो सरकार आएगी और ना ही पुलिस प्रशासन।ऐसे में विकास की कलम समस्त अविभावकों से अपील करती है कि वे किसी भी हाल में अपने बच्चे को ओरों के भरोसे न छोड़े। उनकी हर छोटी बड़ी बात को गौर से सुने और उनकी शिकायतों को नजरअंदाज न करें। हो सकता है आप बच्चे की जिस बात या शिकायत को नजरअंदाज कर रहे हों...उस शिकायत में आपके बच्चे से जुड़ा कोई अहम पहलू शामिल हो। लापरवाही अक्सर बाद में गहन पछतावा छोड़ जाती है। इसलिए बेहतर यही है कि आप सजग रहें। ताकि कोई भी अजनबी आपकी बगिया के फूलों तक गलत नियत से न पहुंच सके।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
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