लॉक डाउन का उल्लंघन..
बना मौत का कारण...
जिला प्रशासन ने लोगों को संक्रमण से दूर रखने रविवार को टोटल लॉक डाउन की घोषणा की थी। जिससे संक्रमण के चक्र को तोड़ा जा सके। और लोगों को सुरक्षित रखा जा सके। इस दौरान शहर के तमाम चौराहे और गालियां सूनी पढ़ी रही।कुछ जगहों पर तो लोगों ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए शासन के निर्देशों का सख्ती से पालन किया। लेकिन कुछ जगहों पर इन निर्देशों का उल्लघंन करते हुए लोग मौज मस्ती में मशगूल दिखे। पर उन्हें क्या पता था उनकी ये बेवकूफी उनके साथी की मौत का कारण साबित होगी।
टोटल लॉक डाउन के बावजूत गए पिकनिक मनाने...
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को टोटल लॉक डाउन होने के बावजूत जबलपुर के दीक्षितपुरा में रहने वाला प्रवीण सोनी अपने दोस्तों के साथ सुबह सुबह नहाने के लिए ग्वारीघाट स्थित भटोली घाट पहुंच गया । जहां नहाने के दौरान वह नदी के गहरे पानी मे चला गया और डूब गया। जब तक उसके दोस्त उसे बाहर निकाल पाते तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
क्षेत्रीय नविकों/गोताखोरों की सहायता से निकाला शव..
घटना की सूचना लगते ही ग्वारीघाट थाना स्टाफ तत्काल मौके पर पहुंचा। वहीं भटोली घाट का जायजा लेते हुए नाविकों और गोताखोरों की टीम एक्टिव की गई। कुछ ही समय के बाद डूबे मृतक प्रवीण सोनी के शव को घाट पर लाया गया। जहां ग्वारीघाट थाना पुलिस के एएसआई रमेश सिंह द्वारा पंचनामा कार्यवाही करते हुए। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
अगर लॉक डाउन न होता तो बच सकती थी जान...
आपको बता दें कि ग्वारीघाट के नज़दीक बने इस भटौली घाट में रोजाना अच्छी खासी भीड़ रहती है। और घाट में नाविकों और क्षेत्रीय जनों का जमावड़ा भी रहता है।खास तौर पर रविवार याने छुट्टी वाले दिन तो विशेष कर लोग स्नान लाभ लेने यहां आते ही है। अगर लॉक डाउन न होता तो उम्मीद जताई जा सकती है कि समय रहते कोई न कोई मदद मिल जाती। और जान बचाई जा सकती थी। चूंकि लॉक डाउन की सख्ती के चलते लोग बाहर निकले ही नही इसलिए भटौली घाट में सन्नाटा छाया था।
विकास की कलम की अपील...
मौज में मौत को न भूलें...
विकास की कलम अपने तमाम पाठकों से ये अपील करती है कि मौज मस्ती के दौरान नियमों का उल्लघन करने से बचें। ये सख्ती हम और आप सभी की सुरक्षा के लिए ही लगाई जाती है। ऐसे में स्वयं भी सतर्क रहें एवं लोगों को भी जागरूक बनाये। ताकि आने वाले समय मे किसी भी अप्रिय घटना की पुनरावृत्ति न हो।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
बना मौत का कारण...
जिला प्रशासन ने लोगों को संक्रमण से दूर रखने रविवार को टोटल लॉक डाउन की घोषणा की थी। जिससे संक्रमण के चक्र को तोड़ा जा सके। और लोगों को सुरक्षित रखा जा सके। इस दौरान शहर के तमाम चौराहे और गालियां सूनी पढ़ी रही।कुछ जगहों पर तो लोगों ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए शासन के निर्देशों का सख्ती से पालन किया। लेकिन कुछ जगहों पर इन निर्देशों का उल्लघंन करते हुए लोग मौज मस्ती में मशगूल दिखे। पर उन्हें क्या पता था उनकी ये बेवकूफी उनके साथी की मौत का कारण साबित होगी।
टोटल लॉक डाउन के बावजूत गए पिकनिक मनाने...
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को टोटल लॉक डाउन होने के बावजूत जबलपुर के दीक्षितपुरा में रहने वाला प्रवीण सोनी अपने दोस्तों के साथ सुबह सुबह नहाने के लिए ग्वारीघाट स्थित भटोली घाट पहुंच गया । जहां नहाने के दौरान वह नदी के गहरे पानी मे चला गया और डूब गया। जब तक उसके दोस्त उसे बाहर निकाल पाते तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
क्षेत्रीय नविकों/गोताखोरों की सहायता से निकाला शव..
घटना की सूचना लगते ही ग्वारीघाट थाना स्टाफ तत्काल मौके पर पहुंचा। वहीं भटोली घाट का जायजा लेते हुए नाविकों और गोताखोरों की टीम एक्टिव की गई। कुछ ही समय के बाद डूबे मृतक प्रवीण सोनी के शव को घाट पर लाया गया। जहां ग्वारीघाट थाना पुलिस के एएसआई रमेश सिंह द्वारा पंचनामा कार्यवाही करते हुए। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
अगर लॉक डाउन न होता तो बच सकती थी जान...
आपको बता दें कि ग्वारीघाट के नज़दीक बने इस भटौली घाट में रोजाना अच्छी खासी भीड़ रहती है। और घाट में नाविकों और क्षेत्रीय जनों का जमावड़ा भी रहता है।खास तौर पर रविवार याने छुट्टी वाले दिन तो विशेष कर लोग स्नान लाभ लेने यहां आते ही है। अगर लॉक डाउन न होता तो उम्मीद जताई जा सकती है कि समय रहते कोई न कोई मदद मिल जाती। और जान बचाई जा सकती थी। चूंकि लॉक डाउन की सख्ती के चलते लोग बाहर निकले ही नही इसलिए भटौली घाट में सन्नाटा छाया था।
विकास की कलम की अपील...
मौज में मौत को न भूलें...
विकास की कलम अपने तमाम पाठकों से ये अपील करती है कि मौज मस्ती के दौरान नियमों का उल्लघन करने से बचें। ये सख्ती हम और आप सभी की सुरक्षा के लिए ही लगाई जाती है। ऐसे में स्वयं भी सतर्क रहें एवं लोगों को भी जागरूक बनाये। ताकि आने वाले समय मे किसी भी अप्रिय घटना की पुनरावृत्ति न हो।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार