लापरवाह उपयंत्रियों पर गिरी गाज...
आधे माह की पगार की निरस्त...
जिला पंचायत के सी.ई.ओ. ने आठ लापरवाह उपयंत्रियों को 15 दिनों के लिये किया अवैतनिक
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रियंक मिश्रा ने कार्यों में लापरवाही बरतने पर आठ उपयंत्रियों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुये इन सभी को 15 दिनों के लिये अवैतनिक कर दिया है।
जिला पंचायत में मनरेगा एवं अन्य निर्माण कार्यों की सतत मानीटरिंग एवं समीक्षा की जा रही है तथा कार्यों में लापरवाही बरतने, गौशाला निर्माण कार्य पूर्ण करने में रूचि नहीं लेने एवं कार्य में लापरवाही करने पर आठ उपयंत्री को अवैतनिक किया गया है।
20 मई को की गई थी समीक्षा
जिला पंचायत सीईओ द्वारा 20 मई को गौशाला निर्माण कार्य की समीक्षा की गई थी। जिसमें समय-सीमा में गौशालाओं को पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये थे। मनरेगा के परियोजना अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि आठ उपयंत्रियों जिनके विरूद्ध् अवैतनिक की कार्यवाही की गई है,
इन उपयंत्रियों पर गिरी गाज..
लापरवाही बरतने के चलते... आरती सूर्यवंशी जनपद पंचायत-जबलपुर, ए.के. गढ़पाल जनपद पंचायत-कुण्डम, जनपद पंचायत- मझौली के राजेश कुमार कोठार और आलोक वर्मा, शैलेन्द्र प्रधान जनपद पंचायत- मझौली, रंजीत लडि़या जनपद पंचायत-पाटन, संतोषी सोनी तत्कालीन जनपद पंचायत-शहपुरा एवं चिन्तामणी सिंह जनपद पंचायत-शहपुरा शामिल है। इन सभी के द्वारा कार्य में रूचि नहीं ली गई तथा कार्य में लापरवाही की गई। जिस कारण से जिला पंचायत सीईओ प्रियंक मिश्रा ने सभी आठ उपयंत्रियों को पंद्रह दिवस का अवैतनिक कर दिया है।
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विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार