सूर्य ग्रहण
क्या असर दिखायेगा...आप पर
ज्योतिषाचार्य-पं, राहुल दीक्षित जी
7415300300
रविवार 21 जून 2020 आषाढ़ महीने कीअमावस्या को सूर्य ग्रहण रहेगा। ये ग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा
। इसका आरम्भ सुबह लगभग 10 बजकर 32मिनट पर होगा, इसका मध्यकाल दोपहर 12 बजकर 18 मिनट पर होगा एवं इसका मोक्ष दोपहर 2 बजकर 2 मिनट पर होगा। ग्रहण की पूरी अवधि लगभग साढ़े 3 घंटे की रहेगी। सूतक 20 जून को रात लगभग 10:10 से ही शुरू हो जाएगा ।
क्या करें ...क्या न करें....
सूतक काल में बालक, वृद्ध एवं रोगी को छोड़कर अन्य किसी को भोजन नहीं करना चाहिए। इस दौरान खाद्य पदार्थो में तुलसी दल या कुशा रखनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को खासतौर से सावधानी रखनी चाहिए। ग्रहण काल में निद्रा और भोजन नहीं करना चाहिए। सुई धागा का प्रयोग चाकू, छुरी से सब्जी,फल आदि काटना भी निषिद्ध माना गया है।
सूतक काल में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। ग्रंथों के अनुसार सूतक काल में कर्मकांडी पूजा पाठ और मूर्ति स्पर्श वर्जित होता है। इस दौरान कोई शुभ काम शुरू करना अच्छा नहीं माना जाता। केवल स्नान , दान , मन्त्र जाप , श्राद्ध और मन्त्र साधना के लिए ग्रहण काल उपयुक्त होता है । ग्रहण काल में इनका फल अनेकों गुना होता है ।
जानिए कैसे ?? कलेक्ट्रेट कार्यालय में उड़ी.. सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ
आपकी राशि मे ग्रहण का फल
इस सूर्य ग्रहण का अशुभ असर 8 राशियों पर रहेगा और 4 राशि वाले लोग ग्रहण के बुरे प्रभाव से बच जाएंगे।
मेष, सिंह, कन्या और मकर राशि वालों पर ग्रहण अशुभ प्रभाव नहीं रहेगा ।
जबकि वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों को सावधान रहना होगा।
इसमें वृश्चिक राशि वालों को विशेष ध्यान रखना होगा।
क्या कहता है ज्योतिष
यह ग्रहण रविवार को होने से और भी प्रभावी हो गया है। इस ग्रहण के अशुभ प्रभाव से अतिवृष्टि ओला बाढ़ तूफान और भूकम्प जैसी प्राकृतिक आपदाएं भी आ सकती हैं।
सूर्य क्योंकि पालनकर्ता और पिता हैं , अतः लोगों की आजीविका को खतरा पैदा होगा ।
भरण पोषण के साधन अर्थात खाद्यान्न में कमी आएगी अनाज सब्जी महंगे होंगे ।
खाने की वस्तुओं की कालाबाजारी होगी ।
राजा अर्थात सरकारी कर्मचारी और जनप्रतिनिधि कमजोर पड़ेंगे । ये लोग अपनी असमर्थता के कारण अपयश पाएंगे ।
अशुभ फलों से बचने उपाय
इस सूर्य ग्रहण के दौरान स्नान, दान और मंत्र जाप श्राद्ध करना विशेष फलदायी रहेगा। जिन आठ राशि वाले व्यक्तियों के लिए यह कष्टप्रद है वे ग्रहण से सम्बंधित निर्देशों का पालन करें ।ग्रहणकाल में नदी तट , गौशाला , देवालय या अपने घर के किसी साफ व शांत स्थान में बैठकर रामरक्षा स्त्रोत , गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें । आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें । जितनी बार हो सके उतनी बार पाठ करें या संख्या का संकल्प लेकर राम नाम के मन्त्र का जप करें जी हाँ राम नाम सिर्फ नाम नहीं मन्त्र है और इसलिये कहते हैं राम से बड़ा राम का नाम है । श्री राम जय राम जय जय राम का मंत्र का चलते फिरते उठते बैठते मानसिक , वाचिक जप करते रहें ।
आगे पढ़ें :- आबकारी विभाग की नाक के नीचे सक्रिय हुए शराब माफिया...कहीं सांठगांठ पर तो नही हो रहा..कारोबार...
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
क्या असर दिखायेगा...आप पर
ज्योतिषाचार्य-पं, राहुल दीक्षित जी
7415300300
रविवार 21 जून 2020 आषाढ़ महीने कीअमावस्या को सूर्य ग्रहण रहेगा। ये ग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा
। इसका आरम्भ सुबह लगभग 10 बजकर 32मिनट पर होगा, इसका मध्यकाल दोपहर 12 बजकर 18 मिनट पर होगा एवं इसका मोक्ष दोपहर 2 बजकर 2 मिनट पर होगा। ग्रहण की पूरी अवधि लगभग साढ़े 3 घंटे की रहेगी। सूतक 20 जून को रात लगभग 10:10 से ही शुरू हो जाएगा ।
क्या करें ...क्या न करें....
सूतक काल में बालक, वृद्ध एवं रोगी को छोड़कर अन्य किसी को भोजन नहीं करना चाहिए। इस दौरान खाद्य पदार्थो में तुलसी दल या कुशा रखनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को खासतौर से सावधानी रखनी चाहिए। ग्रहण काल में निद्रा और भोजन नहीं करना चाहिए। सुई धागा का प्रयोग चाकू, छुरी से सब्जी,फल आदि काटना भी निषिद्ध माना गया है।
सूतक काल में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। ग्रंथों के अनुसार सूतक काल में कर्मकांडी पूजा पाठ और मूर्ति स्पर्श वर्जित होता है। इस दौरान कोई शुभ काम शुरू करना अच्छा नहीं माना जाता। केवल स्नान , दान , मन्त्र जाप , श्राद्ध और मन्त्र साधना के लिए ग्रहण काल उपयुक्त होता है । ग्रहण काल में इनका फल अनेकों गुना होता है ।
जानिए कैसे ?? कलेक्ट्रेट कार्यालय में उड़ी.. सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ
आपकी राशि मे ग्रहण का फल
इस सूर्य ग्रहण का अशुभ असर 8 राशियों पर रहेगा और 4 राशि वाले लोग ग्रहण के बुरे प्रभाव से बच जाएंगे।
मेष, सिंह, कन्या और मकर राशि वालों पर ग्रहण अशुभ प्रभाव नहीं रहेगा ।
जबकि वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों को सावधान रहना होगा।
इसमें वृश्चिक राशि वालों को विशेष ध्यान रखना होगा।
क्या कहता है ज्योतिष
यह ग्रहण रविवार को होने से और भी प्रभावी हो गया है। इस ग्रहण के अशुभ प्रभाव से अतिवृष्टि ओला बाढ़ तूफान और भूकम्प जैसी प्राकृतिक आपदाएं भी आ सकती हैं।
सूर्य क्योंकि पालनकर्ता और पिता हैं , अतः लोगों की आजीविका को खतरा पैदा होगा ।
भरण पोषण के साधन अर्थात खाद्यान्न में कमी आएगी अनाज सब्जी महंगे होंगे ।
खाने की वस्तुओं की कालाबाजारी होगी ।
राजा अर्थात सरकारी कर्मचारी और जनप्रतिनिधि कमजोर पड़ेंगे । ये लोग अपनी असमर्थता के कारण अपयश पाएंगे ।
अशुभ फलों से बचने उपाय
इस सूर्य ग्रहण के दौरान स्नान, दान और मंत्र जाप श्राद्ध करना विशेष फलदायी रहेगा। जिन आठ राशि वाले व्यक्तियों के लिए यह कष्टप्रद है वे ग्रहण से सम्बंधित निर्देशों का पालन करें ।ग्रहणकाल में नदी तट , गौशाला , देवालय या अपने घर के किसी साफ व शांत स्थान में बैठकर रामरक्षा स्त्रोत , गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें । आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें । जितनी बार हो सके उतनी बार पाठ करें या संख्या का संकल्प लेकर राम नाम के मन्त्र का जप करें जी हाँ राम नाम सिर्फ नाम नहीं मन्त्र है और इसलिये कहते हैं राम से बड़ा राम का नाम है । श्री राम जय राम जय जय राम का मंत्र का चलते फिरते उठते बैठते मानसिक , वाचिक जप करते रहें ।
आगे पढ़ें :- आबकारी विभाग की नाक के नीचे सक्रिय हुए शराब माफिया...कहीं सांठगांठ पर तो नही हो रहा..कारोबार...
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ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार