कोरोना को पछाड़कर..
अन्नदाताओं ने बनाया रिकार्ड..
जबलपुर संभाग में किसानों ने 15 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूँ उपार्जित कर बनाया रिकार्ड.....
जबलपुर संभाग में अन्नदाता किसानों की मेहनत रंग लाई और गेहूँ का बम्पर उत्पादन हुआ। तभी तो इस साल संभाग के एक लाख 87 हजार 659 किसानों से 15 लाख 19 हजार 659 मीट्रिक टन गेहूँ का रिकार्ड उर्पाजन किया गया।
सिर्फ जबलपुर जिले में ही 13 हजार मीट्रिक टन गेहूँ
जबलपुर संभाग के जबलपुर जिले में 35 हजार 936 किसानों से 4 लाख 13 हजार मीट्रिक टन गेहूँ का उर्पाजन किया गया। वहीं सिवनी जिले में 47 हजार 401 किसानों से 4 लाख 37 हजार 142 मीट्रिक टन, नरसिंहपुर जिले में 30 हजार 941 किसानों से दो लाख 3 हजार 22 मीट्रिक टन, कटनी जिले में 32 हजार 727 किसानों से दो लाख 10 हजार 726 मीट्रिक टन, छिंदवाड़ा जिले में 29 हजार 792 किसानों से दो लाख 33 हजार 87 मीट्रिक टन और बालाघाट जिले में 5 हजार 745 किसानों से 12 हजार 839 मीट्रिक टन गेहूँ की खरीदी इस वर्ष की गई। इसके अलावा डिंडौरी जिले में 5 हजार 117 किसानों से 9 हजार 753 मीट्रिक टन गेहूँ का उर्पाजन किया गया।
कोरोना बना चुनोती.. पर हिम्मत नही हारी
कोरोना संक्रमण के चलते 15 अप्रैल से शुरू किये गये उपार्जन कार्य में सरकार के सामने बड़ी चुनौतियाँ थीं। इन चुनौतियों का सामना करते हुये मंडियों में न सिर्फ उर्पाजन की व्यवस्था, बल्कि किसानों को मंडी आने की सूचना एस.एम.एस. के माध्यम से देना, वारदाने की व्यवस्था करना, भंडारण, परिवहन के साथ भुगतान की व्यवस्था भी त्वरित गति से की गई। खरीदी के लिये पिछले वर्ष की तुलना में अधिक उर्पाजन केन्द्र बनाये गये।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
अन्नदाताओं ने बनाया रिकार्ड..
जबलपुर संभाग में किसानों ने 15 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूँ उपार्जित कर बनाया रिकार्ड.....
जबलपुर संभाग में अन्नदाता किसानों की मेहनत रंग लाई और गेहूँ का बम्पर उत्पादन हुआ। तभी तो इस साल संभाग के एक लाख 87 हजार 659 किसानों से 15 लाख 19 हजार 659 मीट्रिक टन गेहूँ का रिकार्ड उर्पाजन किया गया।
सिर्फ जबलपुर जिले में ही 13 हजार मीट्रिक टन गेहूँ
जबलपुर संभाग के जबलपुर जिले में 35 हजार 936 किसानों से 4 लाख 13 हजार मीट्रिक टन गेहूँ का उर्पाजन किया गया। वहीं सिवनी जिले में 47 हजार 401 किसानों से 4 लाख 37 हजार 142 मीट्रिक टन, नरसिंहपुर जिले में 30 हजार 941 किसानों से दो लाख 3 हजार 22 मीट्रिक टन, कटनी जिले में 32 हजार 727 किसानों से दो लाख 10 हजार 726 मीट्रिक टन, छिंदवाड़ा जिले में 29 हजार 792 किसानों से दो लाख 33 हजार 87 मीट्रिक टन और बालाघाट जिले में 5 हजार 745 किसानों से 12 हजार 839 मीट्रिक टन गेहूँ की खरीदी इस वर्ष की गई। इसके अलावा डिंडौरी जिले में 5 हजार 117 किसानों से 9 हजार 753 मीट्रिक टन गेहूँ का उर्पाजन किया गया।
कोरोना बना चुनोती.. पर हिम्मत नही हारी
कोरोना संक्रमण के चलते 15 अप्रैल से शुरू किये गये उपार्जन कार्य में सरकार के सामने बड़ी चुनौतियाँ थीं। इन चुनौतियों का सामना करते हुये मंडियों में न सिर्फ उर्पाजन की व्यवस्था, बल्कि किसानों को मंडी आने की सूचना एस.एम.एस. के माध्यम से देना, वारदाने की व्यवस्था करना, भंडारण, परिवहन के साथ भुगतान की व्यवस्था भी त्वरित गति से की गई। खरीदी के लिये पिछले वर्ष की तुलना में अधिक उर्पाजन केन्द्र बनाये गये।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार