क्या..? भृस्टाचार की सीमेंट से बनी है..
प्रधानमंत्री आवास योजना की बिल्डिंग
प्रधान मंत्री आवास योजना में बने मकानों में किस तरह का भृस्टाचार हुआ है इस बाद का अंदाजा ..... यूं लगाले की...
महज कुछ सालों में ही इस भवन की नींव चरमरा गई... EWS क्वाटर की बिल्डिंग को संभालने वाले पिलर ने भसक कर..
कमीशनखोरों की करतूत उजागर कर दी है।
कहाँ का है मामला..???
ये पूरा गड़बड़झाला मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में देखने को मिला है । जहां जबलपुर नगर निगम द्वारा बनाये गए प्रधानमंत्री आवास योजना के मकानों में घटिया सामग्री का इस्तेमाल होने की परते अब खुलने लगी है। और जो घटना घटी है वो खुद बखुद निर्माण कार्य मे हुई धांधली बयान कर रहा है।
क्या है घटना...कैसे हुआ खुलासा..
मंगलवार की रात को रामपुर मांडवा बस्ती में बने पीएम आवास योजना के अंतर्गत बने अपार्टमेंट का एक पिलर स्वतः ही टूट कर... निगम प्रशासन के भ्रष्ट्राचार की पोल खोल दी है । पिलर के टूटने से आवास में रहने वाले लोगो में दहशत का माहौल बन गया। चार मंजिला वाले EWS अपार्टमेंट का पिलर टूटने की खबर से आवास में रहने वाले लोग घरो से बाहर आ गए।
आनन फानन में पहुंचा जिला प्रशासन
जिला प्रशासन को EWS मकान के पिलर टूटने की जैसे ही सुचना मिली जिले के तमाम आला अधिकारी आधी रात को मौके पर पहुंचे। अधिकारीयों ने आवासीय परिसर का निरिक्षण करने के बाद आवास को खाली करा दिया । जिला प्रशासन ने EWS मकान में रहने वाले लोगो को नजदीक के सामुदायिक भवन में रहने की व्यवस्था की है ।
महज 5 साल पहले ही बनी थी बिल्डिंग
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत EWS मकानो को 5 साल पहले नगर निगम जबलपुर द्वारा बनाया गया था। गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगो के लिए EWS मकानो का निर्माण कराया गया था। अतिक्रमण से विस्थापित गरीब परिवार के लोगो को भी इन्ही EWS मकान में विस्थापित किया गया।
दो साल पहले मदन महल के बेदी नगर से नगर निगम ने अतिक्रमण के विस्थापितों ये मकान उपलब्ध कराये थे। EWS मकानो में रह रहे लोगो द्वारा कई बार यंहा की अव्यवस्थाओ को लेकर कई बार नगर निगम प्रशासन को आगाह कर चुके थे।
काना-फूसी...
सूत्र बताते है की नगर निगम के अधिकारीयों और ठेकेदारों के बीच कमीशन खोरी के चक्कर में EWS मकानो में घटिया सामग्री का उपयोग किये जाने से आज EWS मकान का पिलर टूटा है।
EWS मकान में रहने वाले लोगो ने जिला प्रशासन से जर्जर हुए मकानों को शीघ्र दुरुस्त करने की वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है।
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विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार