पत्रकारों को धमकाता रहा शराब ठेकेदार
आंखें मूंदे खड़े रहे थाना प्रभारी..
आखिर क्या है ?
ठेकेदार का खाकी कनेक्शन...
प्रजातंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों के साथ किस दर्जे का व्यवहार किया जाता है। इस बात की वानगी यूं लगा ले की शराब ठेकेदार की मनमानीओं का खुलासा करने पहुंचे पत्रकारों को शराब ठेकेदार दिनदहाड़े धमकता रहा... और तो और... वहीं खड़े टीआई साहब अपने मुंह में दही जमा कर तमाशबीनों की तरह तमाशा देखते रहे।
वैसे तो किसी भी वारदात में पुलिस तत्काल एक्शन लेती है लेकिन ना जाने कौन सा नजराना आड़े आ गया। जो टीआई साहब शराब ठेकेदार की सारी बदतमीजीयों को नजरअंदाज करते रहे। और वे शायद भूल गए कि यह वही पत्रकार है जो विषम परिस्थितियों में भी प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपना सहयोग प्रदान करते हैं।
जबलपुर के बरगी तहसील में घटी घटना
यह पूरा मामला जबलपुर के बरगी तहसील का है।जहां पर पत्रकार मनीष तिवारी और पत्रकार राजा पटेल अवैध तस्करी की सूचना पर रिपोर्टिंग करने बरगी शराब दुकान पहुंचे थे। पत्रकारों ने वहां पाया कि नियम के विपरीत जबलपुर से आए लोगों को पेटी भर भर के शराब दी जा रही थी।
गौरतलब हो कि जबलपुर रेड ज़ोन घोषित किया गया है। जिसके चलते वहां की शराब दुकानों को बंद करके रखा गया है। इसी बात के चलते अक्सर शहर से लोग ग्रामीण दुकानों की ओर आ रहे है। हो सकता है इन्ही के बीच कोई संक्रमित इलाके के व्यकित से ग्रामीण क्षेत्र में भी कोरोना संक्रमण फैल जाए।जिसके चलते आबकारी विभाग ने भी शराब दुकानों को समझाइश दी है।
लेकिन बरगी स्थित शराब दुकान में सारे नियम कानून ताक में रखकर सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।
कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों को शराब ठेकेदार ने धमकाया.
बरगी स्थित शराब दुकान में जब पत्रकार कवरेज करने पहुंचे तो शराब ठेकेदार मनोज राय तिलमिला उठा। दरअसल जिस समय पत्रकार शराब ठेकेदार के पास पहुंचे थे। उस समय वह जबलपुर से आए कुछ लोगों को पेटियों में शराब (बियर) दे रहा था। इस दौरान शराब दुकान में अच्छा खासा मजमा लगा हुआ था । जहां ना तो मास्क और ना ही सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा था। क्योंकि यह सारा कार्य नियमों कानूनों को ताक पर रखकर किया जा रहा था ।लिहाजा अब पत्रकारों ने शराब ठेकेदार मनोज राय से सवाल करना शुरू कर दिया, और पत्रकारों के सवालों के एवज में शराब ठेकेदार धमकियां देने लगा। और बार-बार दोहराने लगा कि मैंने करोड़ों रुपए खर्च किए हैं अब पैसे कमाने की बारी आई है तो मैं पूरे मुनाफे के साथ ही धंधा करूंगा। शराब ठेकेदार का रुबाब साफ साफ बयां कर रहा था कि उसे किसी भी बात का डर नहीं है।
पुलिस के सामने पत्रकारों के कैमरे को तोड़ने की कोशिश
शराब ठेकेदार लगातार पत्रकारों के कैमरे को छीनने का प्रयास करता रहा ओर वहां पर मौजूद पुलिस सब इंस्पेक्टर विजय धुर्वे आंखों में पट्टी बांधकर सबकुछ देखते रहे। इस दौरान पत्रकार बार-बार पुलिस से मदद की गुहार लगाते रहे लेकिन साहब तो गाड़ी में ही बैठे रहे वह तो उतरे ही नहीं और शराब मैनेजर उनकी गाड़ी के गेट पर चिपका रहा और उनके सामने ही लोग शराब लेकर जाते रहे सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ती रही...
लेकिन सब इंस्पेक्टर साहब की ...न तो जुबान खुली ना कोई कार्यवाही की और ना ही कोई विरोध जताया।
खाकी तो बिल्कुल चुप ही रही ..
अब इस मामले पर पत्रकारों ने बरगी थाने में शिकायत भी दर्ज करा दी है और जो उस वक्त मौके में मौजूद सब इस्पेक्टर थे उन्होंने ही यह शिकायत ली है और अब जांच कर कार्यवाही का हवाला दे रहे हैं....
पत्रकारों ने कई बार खोली है शराब तस्करों की पोल
बरगी विधानसभा में शराब की तस्करी के किस्से पुराने हैं यहां बंद दुकानों से भी गांव गांव जाकर शराब की बिक्री हो रही है यहां के बीजेपी नेता नीरज सिंह ठाकुर ने तो अपनी फेसबुक पोस्ट पर खुलेआम उन इलाकों का भी नाम लिख दिया है जहां पर शराब की तस्करी हो रही है उन्होंने तो अपना नंबर भी जारी कर दिया है कि हमें वीडियो भेजें हम कार्यवाही करेंगे लेकिन यहां तो पुलिस मौके पर होकर भी कार्यवाही नहीं करती तो भला उस वीडियो को देखने के बाद क्या करेगी बेहद चौंकाने वाली बात ये की जब किसी बात का खुलासा करने पत्रकार पहुंच जाते हैं तो पत्रकार तो अपना काम करते हैं लेकिन पुलिस शराब ठेकेदार के याराना निभाती है तभी तो खुलेआम शराब बेची जाती है।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
आंखें मूंदे खड़े रहे थाना प्रभारी..
आखिर क्या है ?
ठेकेदार का खाकी कनेक्शन...
प्रजातंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों के साथ किस दर्जे का व्यवहार किया जाता है। इस बात की वानगी यूं लगा ले की शराब ठेकेदार की मनमानीओं का खुलासा करने पहुंचे पत्रकारों को शराब ठेकेदार दिनदहाड़े धमकता रहा... और तो और... वहीं खड़े टीआई साहब अपने मुंह में दही जमा कर तमाशबीनों की तरह तमाशा देखते रहे।
वैसे तो किसी भी वारदात में पुलिस तत्काल एक्शन लेती है लेकिन ना जाने कौन सा नजराना आड़े आ गया। जो टीआई साहब शराब ठेकेदार की सारी बदतमीजीयों को नजरअंदाज करते रहे। और वे शायद भूल गए कि यह वही पत्रकार है जो विषम परिस्थितियों में भी प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपना सहयोग प्रदान करते हैं।
यह पूरा मामला जबलपुर के बरगी तहसील का है।जहां पर पत्रकार मनीष तिवारी और पत्रकार राजा पटेल अवैध तस्करी की सूचना पर रिपोर्टिंग करने बरगी शराब दुकान पहुंचे थे। पत्रकारों ने वहां पाया कि नियम के विपरीत जबलपुर से आए लोगों को पेटी भर भर के शराब दी जा रही थी।
गौरतलब हो कि जबलपुर रेड ज़ोन घोषित किया गया है। जिसके चलते वहां की शराब दुकानों को बंद करके रखा गया है। इसी बात के चलते अक्सर शहर से लोग ग्रामीण दुकानों की ओर आ रहे है। हो सकता है इन्ही के बीच कोई संक्रमित इलाके के व्यकित से ग्रामीण क्षेत्र में भी कोरोना संक्रमण फैल जाए।जिसके चलते आबकारी विभाग ने भी शराब दुकानों को समझाइश दी है।
लेकिन बरगी स्थित शराब दुकान में सारे नियम कानून ताक में रखकर सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।
कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों को शराब ठेकेदार ने धमकाया.
पुलिस के सामने पत्रकारों के कैमरे को तोड़ने की कोशिश
शराब ठेकेदार लगातार पत्रकारों के कैमरे को छीनने का प्रयास करता रहा ओर वहां पर मौजूद पुलिस सब इंस्पेक्टर विजय धुर्वे आंखों में पट्टी बांधकर सबकुछ देखते रहे। इस दौरान पत्रकार बार-बार पुलिस से मदद की गुहार लगाते रहे लेकिन साहब तो गाड़ी में ही बैठे रहे वह तो उतरे ही नहीं और शराब मैनेजर उनकी गाड़ी के गेट पर चिपका रहा और उनके सामने ही लोग शराब लेकर जाते रहे सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ती रही...
लेकिन सब इंस्पेक्टर साहब की ...न तो जुबान खुली ना कोई कार्यवाही की और ना ही कोई विरोध जताया।
खाकी तो बिल्कुल चुप ही रही ..
अब इस मामले पर पत्रकारों ने बरगी थाने में शिकायत भी दर्ज करा दी है और जो उस वक्त मौके में मौजूद सब इस्पेक्टर थे उन्होंने ही यह शिकायत ली है और अब जांच कर कार्यवाही का हवाला दे रहे हैं....
पत्रकारों ने कई बार खोली है शराब तस्करों की पोल
बरगी विधानसभा में शराब की तस्करी के किस्से पुराने हैं यहां बंद दुकानों से भी गांव गांव जाकर शराब की बिक्री हो रही है यहां के बीजेपी नेता नीरज सिंह ठाकुर ने तो अपनी फेसबुक पोस्ट पर खुलेआम उन इलाकों का भी नाम लिख दिया है जहां पर शराब की तस्करी हो रही है उन्होंने तो अपना नंबर भी जारी कर दिया है कि हमें वीडियो भेजें हम कार्यवाही करेंगे लेकिन यहां तो पुलिस मौके पर होकर भी कार्यवाही नहीं करती तो भला उस वीडियो को देखने के बाद क्या करेगी बेहद चौंकाने वाली बात ये की जब किसी बात का खुलासा करने पत्रकार पहुंच जाते हैं तो पत्रकार तो अपना काम करते हैं लेकिन पुलिस शराब ठेकेदार के याराना निभाती है तभी तो खुलेआम शराब बेची जाती है।
नोट-विकास की कलम अपने पाठकों से अनुरोध करती है कि आप अपने सुझाव हम तक जरूर भेजें..
ताकि आने वाले समय मे हम आपकी मदद से और भी बेहतर कार्य कर सकें। साथ ही यदि आपको लेख अच्छा लगे तो इसे ओरों तक भी पहुंचाए।
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार