गूगल ने करवाई शादी..
एसआई ने पढ़े मंत्र...
लॉक डाउन के दौरान अनोखी शादी..
कहते है जोड़ियाँ ऊपर से बनकर आती है। धरती पर तो इंसान महज अपने अपने रीति रिवाजों और संस्कारों की औपचारिता के बीच इसे साकार करता है।हिन्दू रिवाजों की बात करें तो ईश्वर को साक्षी मानकर मंत्र उच्चारणों के साथ वैवाहिक संस्कार सम्पन्न कराए जाते है। वैसे तो नियम बहुत से है..लेकिन देश-रीति और काल के हिसाब से इनमें कई परिवर्तन किए जाते है। लेकिन क्या हो जब.. न पंडित हो..और न ही रीति रिवाजों का जानकार..??
अगर आप सोच रहे है कि शादी नही होगी...तो आप गलत है...यदि मैन में संकल्प सच्चा हो तो गूगल(google) की मदद से भी शादी करवाई जा सकती है।
जी हां... यह अनोखी शादी नरसिंहपुर के गोटेगांव स्थित झोतेश्वर तहसील में हुई है।
यहां पढ़ें:- लॉक डाउन को लेकर शिवराज का फरमान... जानें आपके शहर में क्या खुला क्या बंद
कहाँ का है मामला..
मामला मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले का है।जहां झोतेश्वर तहसील का है। जहां लॉक डाउन के पहरों के बीच बन्द मंदिर के बाहर.. बिना पंडित ... के शादी भी हुई और बिना हवन कुंड के सात फेरे भी हुए। इतना ही नही..बिना बारातियों के शादी का जश्न भी मनाया गया। वो भी पूरे रीति रिवाजों के साथ। बाद में दुल्हन की बिदाई हुई और वह अपने जीवन साथी के साथ अपनी नई गृहस्थी बसाने चली गयी।
क्या है पूरा मामला..
कौन है..दूल्हा-दुल्हन....
दरअसल पास के ही गाँव श्रीनगर में रहने वाले लक्ष्मण चौधरी पिता टीकाराम चौधरी का अक्षय तृतीया पर नरसिंहपुर के इतवारा बाजार निवासी ऋतु चौधरी पिता राजाराम चौधरी से विवाह होना था।
लेकिन देश मे फैली कोरोना महामारी के चलते सभी जगह लॉक डाउन लागये गया है। साथ ही विवाह के लिए अलग से नियमावली भी तैयार की गई है। ऐसे में सारे नियमों को ध्यान रखते हुए, दोनों पक्ष से चार-चार सदस्य झोतेश्वर के शिव पार्वती मंदिर पहुंचे। लेकिन जब उन्होंने देखा कि मंदिर में ताला लगा है तो वे काफी परेशान हो गए। उस पर सबसे बड़ी समस्या यह कि विवाह कराने के लिए उन्हें वहां कोई पंडित ही नहीं मिला।
अब सभी के जहन में सवाल गूंज रहा था..
आखिर विवाह होगा कैसे..???
आगे पढ़ें :- आंसू और आश्वासन के बीच कैसे मना मजदूर दिवस..
महिला एसआई बनी संकट मोचन..
झोतेश्वर चौकी प्रभारी अंजली अग्निहोत्री लॉक डाउन के दौरान बंदोबस्त व्यवस्था का जायज़ा लेने निकली थी । तभी भ्रमण के दौरान जब वे झोतेश्वर मंदिर पहुंची। तो उन्होंने देखा कि मंदिर में अनावश्यक लोग जमा है।
जैसे ही एसआई अंजली नजदीक पहुंची तो। तो वहां खड़े वर-वधू पक्ष ने अपनी आप बीती बताई। इस दौरान दौनो पक्षो ने अपनी समस्या बताकर उनसे समस्या के समाधान के लिए आग्रह किया।
गूगल(Google)की मदद से करवाई शादी...
महिला एसआई ने खुद पढ़े मंत्र..
वक्त की नजाकत को समझते हुए, एसआई अंजली अग्निहोत्री ने वर-वधु पक्ष की मदद करने का फैसला किया।
चूंकि झोतेश्वर चौकी प्रभारी एसआई अंजली अग्निहोत्री खुद हिन्दू ब्राम्हण परिवार से है लिहाजा..उन्होंने अपने धार्मिक एवं सामाजिक कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए। लक्ष्मण और ऋतु का विवाह समपण कराने में अपना योगदान देते हुए । इस अनूठी शादी के रस्म रिवाज सम्पन्न कराए।
कैसे हुई शादी..किसने की पंडिताई
झोतेश्वर चौकी प्रभारी एसआई अंजली ने बताया कि जब वे पेट्रोलिंग के दौरान झोतेश्वर मंदिर पहुंची तो उन्होंने शादी के जोड़े में लक्ष्मण और ऋतु के साथ परिजनों को खड़ा देखा। मौजूद लोगों के आग्रह पर उन्होंने विवाह में मदद करने में हामी भरी। चूंकि मंदिर बैंड था इसलिए उन्होंने बैंड मंदिर की परिक्रमा करवाकर
फेरे के लिए हवन वेदी के स्थान पर दिया जला कर रखा गया।
खबर यह भी है:- एंबुलेंस में मरीजों की जगह हो रही थी शराब की तस्करी....
फोन पर गूगल की मदद से पढ़े मंत्र..
इस दौरान एसआई अंजली ने अपने फोन पर गूगल की मदद से मंत्र पड़ना शुरू किया। और इस तरह एक महिला एसआई की पंडताई में रीति रिवाजों के साथ यह अनोखी शादी सम्पन्न हुई।
इस दौरान परिणय के 7 वचनों के साथ साथ..वर वधु को कानूनी प्रावधान भी बताए गए।इस पूरे कार्यक्रम दौरान लॉक डाउन के नियमों का भी पूरी तरह पालन कराया गया।
अनोखी शादी के चर्चे जोरों पर...
अक्षय तृतीया के इस खास मुहूर्त पर हुई यह अनोखी शादी की दास्तान जिसने भी सुनी..वह कुछ समय के लिए तो हक्का बक्का रह गया। और फिर उसने भी इस कहानी को अन्य लोगों तक पहुंचाया। यही कारण है कि ...इस अनूठे विवाह की कहानी इन दिनों काफी चर्चा में है।
झोतेश्वर चौकी प्रभारी एसआई अंजली अग्निहोत्री की पंडिताई में हुई शादी अपने आप में अनूठी शादी है। इसमें पुलिस के सेवा भाव का एक नया ही रूप देखने को मिला है।
खबर जरा हटके :- युवाओं के बीच चर्चा में है सेल्फी विथ मास्क आप भी जाने आखिर क्या है.. सेल्फी विथ मास्क
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार
एसआई ने पढ़े मंत्र...
लॉक डाउन के दौरान अनोखी शादी..
कहते है जोड़ियाँ ऊपर से बनकर आती है। धरती पर तो इंसान महज अपने अपने रीति रिवाजों और संस्कारों की औपचारिता के बीच इसे साकार करता है।हिन्दू रिवाजों की बात करें तो ईश्वर को साक्षी मानकर मंत्र उच्चारणों के साथ वैवाहिक संस्कार सम्पन्न कराए जाते है। वैसे तो नियम बहुत से है..लेकिन देश-रीति और काल के हिसाब से इनमें कई परिवर्तन किए जाते है। लेकिन क्या हो जब.. न पंडित हो..और न ही रीति रिवाजों का जानकार..??
अगर आप सोच रहे है कि शादी नही होगी...तो आप गलत है...यदि मैन में संकल्प सच्चा हो तो गूगल(google) की मदद से भी शादी करवाई जा सकती है।
जी हां... यह अनोखी शादी नरसिंहपुर के गोटेगांव स्थित झोतेश्वर तहसील में हुई है।
यहां पढ़ें:- लॉक डाउन को लेकर शिवराज का फरमान... जानें आपके शहर में क्या खुला क्या बंद
कहाँ का है मामला..
मामला मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले का है।जहां झोतेश्वर तहसील का है। जहां लॉक डाउन के पहरों के बीच बन्द मंदिर के बाहर.. बिना पंडित ... के शादी भी हुई और बिना हवन कुंड के सात फेरे भी हुए। इतना ही नही..बिना बारातियों के शादी का जश्न भी मनाया गया। वो भी पूरे रीति रिवाजों के साथ। बाद में दुल्हन की बिदाई हुई और वह अपने जीवन साथी के साथ अपनी नई गृहस्थी बसाने चली गयी।
क्या है पूरा मामला..
कौन है..दूल्हा-दुल्हन....
दरअसल पास के ही गाँव श्रीनगर में रहने वाले लक्ष्मण चौधरी पिता टीकाराम चौधरी का अक्षय तृतीया पर नरसिंहपुर के इतवारा बाजार निवासी ऋतु चौधरी पिता राजाराम चौधरी से विवाह होना था।
लेकिन देश मे फैली कोरोना महामारी के चलते सभी जगह लॉक डाउन लागये गया है। साथ ही विवाह के लिए अलग से नियमावली भी तैयार की गई है। ऐसे में सारे नियमों को ध्यान रखते हुए, दोनों पक्ष से चार-चार सदस्य झोतेश्वर के शिव पार्वती मंदिर पहुंचे। लेकिन जब उन्होंने देखा कि मंदिर में ताला लगा है तो वे काफी परेशान हो गए। उस पर सबसे बड़ी समस्या यह कि विवाह कराने के लिए उन्हें वहां कोई पंडित ही नहीं मिला।
अब सभी के जहन में सवाल गूंज रहा था..
आखिर विवाह होगा कैसे..???
आगे पढ़ें :- आंसू और आश्वासन के बीच कैसे मना मजदूर दिवस..
महिला एसआई बनी संकट मोचन..
झोतेश्वर चौकी प्रभारी अंजली अग्निहोत्री लॉक डाउन के दौरान बंदोबस्त व्यवस्था का जायज़ा लेने निकली थी । तभी भ्रमण के दौरान जब वे झोतेश्वर मंदिर पहुंची। तो उन्होंने देखा कि मंदिर में अनावश्यक लोग जमा है।
जैसे ही एसआई अंजली नजदीक पहुंची तो। तो वहां खड़े वर-वधू पक्ष ने अपनी आप बीती बताई। इस दौरान दौनो पक्षो ने अपनी समस्या बताकर उनसे समस्या के समाधान के लिए आग्रह किया।
गूगल(Google)की मदद से करवाई शादी...
महिला एसआई ने खुद पढ़े मंत्र..
वक्त की नजाकत को समझते हुए, एसआई अंजली अग्निहोत्री ने वर-वधु पक्ष की मदद करने का फैसला किया।
चूंकि झोतेश्वर चौकी प्रभारी एसआई अंजली अग्निहोत्री खुद हिन्दू ब्राम्हण परिवार से है लिहाजा..उन्होंने अपने धार्मिक एवं सामाजिक कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए। लक्ष्मण और ऋतु का विवाह समपण कराने में अपना योगदान देते हुए । इस अनूठी शादी के रस्म रिवाज सम्पन्न कराए।
कैसे हुई शादी..किसने की पंडिताई
झोतेश्वर चौकी प्रभारी एसआई अंजली ने बताया कि जब वे पेट्रोलिंग के दौरान झोतेश्वर मंदिर पहुंची तो उन्होंने शादी के जोड़े में लक्ष्मण और ऋतु के साथ परिजनों को खड़ा देखा। मौजूद लोगों के आग्रह पर उन्होंने विवाह में मदद करने में हामी भरी। चूंकि मंदिर बैंड था इसलिए उन्होंने बैंड मंदिर की परिक्रमा करवाकर
फेरे के लिए हवन वेदी के स्थान पर दिया जला कर रखा गया।
खबर यह भी है:- एंबुलेंस में मरीजों की जगह हो रही थी शराब की तस्करी....
फोन पर गूगल की मदद से पढ़े मंत्र..
इस दौरान एसआई अंजली ने अपने फोन पर गूगल की मदद से मंत्र पड़ना शुरू किया। और इस तरह एक महिला एसआई की पंडताई में रीति रिवाजों के साथ यह अनोखी शादी सम्पन्न हुई।
इस दौरान परिणय के 7 वचनों के साथ साथ..वर वधु को कानूनी प्रावधान भी बताए गए।इस पूरे कार्यक्रम दौरान लॉक डाउन के नियमों का भी पूरी तरह पालन कराया गया।
अनोखी शादी के चर्चे जोरों पर...
अक्षय तृतीया के इस खास मुहूर्त पर हुई यह अनोखी शादी की दास्तान जिसने भी सुनी..वह कुछ समय के लिए तो हक्का बक्का रह गया। और फिर उसने भी इस कहानी को अन्य लोगों तक पहुंचाया। यही कारण है कि ...इस अनूठे विवाह की कहानी इन दिनों काफी चर्चा में है।
झोतेश्वर चौकी प्रभारी एसआई अंजली अग्निहोत्री की पंडिताई में हुई शादी अपने आप में अनूठी शादी है। इसमें पुलिस के सेवा भाव का एक नया ही रूप देखने को मिला है।
खबर जरा हटके :- युवाओं के बीच चर्चा में है सेल्फी विथ मास्क आप भी जाने आखिर क्या है.. सेल्फी विथ मास्क
विकास की कलम
चीफ एडिटर
विकास सोनी
लेखक विचारक पत्रकार