
देवदीकर (44) पांच सितंबर, 2017 से फरार था, जब 55 वर्षीय लंकेश को उनके घर के सामने दक्षिण-पश्चिम उपनगर में गोली मार दी गई थी. अधिकारी ने कहा, “18वें आरोपी को न्यायिक हिरासत और गौरी की हत्या में उसकी भूमिका की जांच के लिए झारखंड से शहर लाया जा रहा है.” मुख्य जांच अधिकारी एम.एन. अनुचेत ने कहा, “साक्ष्य जुटाने के लिए शहर में देवदीकर के घर पर जांच चल रही है. वह मुख्य रूप से गौरी को मारने की साजिश में शामिल था, जोकि एक सामाजिक कार्यकर्ता भी थीं.” इस भीषण घटना के बाद लंकेश के हत्यारों को पकड़ने के लिए तत्कालीन राज्य सरकार द्वारा कुछ दिनों के अंदर ही एसआईटी को इसकी जिम्मेदारी दी गई थी, जिसने अब देवदीकर को गिरफ्तार किया है.
गौरी लंकेश अपने दिवंगत पिता और प्रख्यात पत्रकार लंकेश द्वारा स्थापित साप्ताहिक कन्नड़ टैबलॉयड ‘लंकेश पत्रिका’ की संपादक थीं. इससे पहले उन्होंने ‘संडे’ पत्रिका में कर्नाटक की संवाददाता के रूप में और बेंगलुरू में ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ के लिए काम किया था. एसआईटी ने अब तक इस मामले में 17 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिसमें गणेश मिस्किन शामिल हैं, जिस पर आरोप है कि उसने एक साथी के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर गौरी को उनके घर के पास करीब से गोली मारी थी.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
If you want to give any suggestion related to this blog, then you must send your suggestion.